Credit Card पेमेंट सिस्टम

Credit Card पेमेंट सिस्टम

चलो Credit Card पेमेंट सिस्टम के बारे मे चर्चा कर

कुछ नया जानते है . क्रेडिट कार्ड पेमेंट सिस्टम के बारे

मे जानना बहुत ही जरूरी है। क्रेडिट कार्ड के कई फायदे

हैं जैसे खर्च पर कैशबैक आदि हालांकि क्रेडिट कार्ड से

जुड़ी कुछ  जानकारी न होने के कारण बहुत सारे लोग

कार्ड से अधिक लाभ नहीं उठा पाते हैं

चलो  हम इसे और विस्तार से समझते है, दोस्तो आजकल

क्रेडिट कार्ड सभी के पास होता है। काफी बैंक कई सारे

ऑफर लेकर आते है, क्रेडिट कार्ड लेने के बाद हमे क्रेडिट

कार्ड पेमेंट सिस्टम को पूरी तरह जान लेना चाहिए।

क्रेडिट कार्ड को लेकर कई जानकारी न होने के कारण यह वित्तीय

संकट में डाल सकती हैं हम कुछ ऐसे ही बिन्दुयों के बारे में बता रहे

हैं जिन से बचेंगे तो नुकसान नहीं होगा बल्कि फायदा जरूर हो सकता है.

Credit Card पेमेंट में सिस्टम न्यूनतम भुगतान

न्यूनतम भुगतान पर भुगतान कर कार्ड का इस्तेमाल जारी

रख सकते हैं इसमें बिल पेमेंट माना जाता है लेकिन इसमें फ्री क्रेडिट का

फायदा भी खत्म हो जाता है , ऐसा करने पर बचे हुए बिल पर ब्याज लगना

शुरू हो जाता है, यह ब्याज 3 % से 4%  या इससे अधिक भी हो सकता है.

कैश निकालना

क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना डेबिट कार्ड जैसा ही होता है,

आप डेबिट कार्ड की तरह ही क्रेडिट कार्ड के जरिए भी एटीएम से कैश

निकाल सकते हैं लेकिन ध्यान में रखना यह बहुत महंगा साबित होता है,

इस पर ब्याज लगभग 3 % से 4%  तक होता है और कैश विड्रोल पर कुछ

फीस भी देनी पड़ती है जो बिल में जुड़ कर आती  है, इसके अलावा कार्ड पर

किसी अन्य खर्चे पर भी ब्याज का भुगतान करना पड़ता है.

लाइफटाइम फ्री क्रेडिट कार्ड

सबसे बेहतर होते हैं ऐसे क्रेडिट कार्ड रखना

चाहिए जिसकी सालाना फीस न हो , यह कर्ज के मुकाबले कितना लाभ देते हैं

यह उस क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली बैंक के नियम व शर्तो को समझना पड़ेगा।

इंट्रीकेट फ्री सुविधा- क्रेडिट कार्ड  पर 40 से 50 दिनों तक ब्याज नहीं लगता है,

इसका मतलब यह होता है कि आपको कुछ दिनों तक पैसा नहीं देना पड़ता है

इस बात पर निर्भर करता है कि आप ने कब ट्रांजैक्शन किया है क्रेडिट कार्ड  पर

 30  दिनों की बिलिंग साइकिल होती है यह बिल जनरेट होने के बाद उसका

भुगतान करने के लिए 10 से 15 दिन मिलते हैं।

क्रेडिट कार्ड पेमेंट मे देरी

क्रेडिट कार्ड  की बिलिंग साइकिल को समझने के

बाद भी अगर क्रेडिट कार्ड पेमेंट मे देरी हो जाती है तो यह आपके सिबील स्कोर

पर सीधा प्रभाव डालेगा। एक दिन की देरी भी सिबील रिपोर्ट के दिखेगी जो

 DPD के रूप मे होगी। आपकी क्रडिट स्कोर खराब होने के साथ ही कई

सुविधाएं भी समाप्त हो सकती है और क्रेडिट लिमिट भी कम हो सकती है।

 

निष्कर्ष

Credit Card पेमेंट सिस्टम समझना बहुत ही आसान हैं।

इन जानकारी को पाकर आप क्रेडिट कार्ड के फायदे ले सकते है ।

क्रेडिट कार्ड का पेमेंट समय से कर आप अपना क्रेडिट स्कोर भी

बड़ा सकते है और क्रेडिट लिमिट भी बड़ा सकते है।

Travel Insurance

दोस्तो आप Travel Insurance के बारे मे तो जानते ही होंगे ।

ट्रैवल इंश्योरेंस के कई फायदे हैं हालांकि Travel Insurance

से जुड़ी जानकारी होने से आप अधिक लाभ उठा सकते हैं।

यह एक तरह का ऐसा इंश्योरेंस है जो आपकी यात्रा के दौरान

सारे आकस्मिक होगे वाले खर्चो को कवर करता है।

पर्यटन पर जाने  से पहले ट्रैवल इंश्योरेंस की जानकारी

जरूर सुनिश्चित कर लें।

किसी भी परिस्थिति में आपको पैसे की तंगी ना हो यह सुनिश्चित

करना अच्छा होगा। अगर कोई

विपरीत हालात पैदा तो भी आप सक्षम रहें।

ऐसे अधिकतर अवसर पर इंश्योरेंस जरूर काम आता है।

Travel Insurance-पर्यटन में तेजी

कोवेट महामारी पीछे जाती  नजर नहीं आ रही है कुछ  देशो

मे अभी भी केस आ रहे है और कई देशो ने पाबंदी हटा ली है,

 भारत देश में अब  जीवन सामान्य हो चल है

साथ ही पर्यटन तेजी से बढ़ने लगा है ।

अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट भी शुरू हो गई है ऐसे में कई  लोग

विदेश यात्रा पर निकल रहे है,

परंतु इसके साथ सुरक्षा का ध्यान जरूरी है ताकि यात्रा अच्छी हो

और घूमने का पूरा आनंद उठाया जा सके।

Health Emergency

 स्वास्थ्य से जुड़ी इमरजेंसी कभी भी हो सकती है अगर विदेश में ऐसा हो गया तो

 बहुत अधिक खर्चा हो जाएगा, इसलिए जाने से पहले पक्का करें की

आपकी ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान सभी तरह

के मेडिकल खर्चो को कवर करती है। यह भी देख लें की प्री और पोस्ट

मेडिकल खर्चो कवर हो।

इसके अलावा

निजी सामान की सुरक्षा का कवर भी बीमा कंपनी

उठाएगी  यह भी सुनिश्चित करें और ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी चेक इन

बैगेज के पूरे नुकसान या देरी के कारण होने वाले खर्चों को भी कवर

करे यह भी देख लें।

ट्रैवल इंश्योरेंस  यह सुविधा होनी चाहिए कि जरूरत पड़ने पर रहने ,

खाने-पीने आदि का खर्च भी कवर हो । और हमे ऐसे  कार्यों

के लिए पैसों की चिंता ना करनी पड़े।

कई कारणो से ऐसे हालात पैदा हो सकते जिसके कारण आपकी

यात्रा रद्द हो या उसमें देरी हो, ऐसे में आपको होटल में रहना

पड़ सकता है आपकी ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी में ऐसे कारण से होने

वाले खर्चों को पूरा कवर होना चाहिए।

यह भी सुनिश्चित करें  की यात्रा की दौरान आपका घर सुना हो जाता

है और उसकी पूरी सुरक्षा किए लिए इंश्योरेंस पॉलिसी हो।

निष्कर्ष

Travel Insurance लेना बहुत ही आसान हैं।

अंतरराष्ट्रीय यात्रा या राष्ट्रीय यात्रा के लिए टिकिट बुक करते

समय लिया जा सकता है या आपने बैंक या सीधे इन्शुरेंस कंपनी

से लिया जा सकता हैं। अगर यात्रा पर फॅमिली के साथ जा रहे है

तो फॅमिली के सारे लोगो का कवर लेना अच्छा होता हैं।

 इस जानकारी को पाकर आप पर्यटन की सारी चिंता ट्रैवल

इंश्योरेंस के माध्यम से इंश्योरेंस कंपनी पर डाल सकते है।

Financial Planning

Financial Planning बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण है।

आज फाइनैंशल प्लानिंग से संबन्धित कुछ बातों को जानते हैं,

की कैसे सही निर्णय लेकर हम एक अच्छा फ़ंड जोड़ सकते है।

नोकरी या बिज़नस से होने वाली आय को समझदारी से निवेश

करने पर हम अपने सारे सपने पूरे कर सकते हैं।

सबसे पहले हम समझते है की Financial Planning क्या होती है,

दोस्तो जैसे हम किसी भी चीज़ को पाने की लिए योजना बनाते हैं,

वैसे ही उपलब्ध इंकम से आपने  वित्तीय लक्षों को पाने की योजना

को ही हम फाइनैंशल प्लानिंग कहते हैं। जिसकी शुरुआत बचत से

होती है इसका मतलब यह नहीं कि आप उत्साह में दबे रहे और खर्च ना

करें बस कमाई का एक छोटा सा हिस्सा बचा कर फाइनैंशल प्लानिंग

का पहला कदम उठाने की जरूरत हैं.

Financial Planning की विशेषताएं.

  1. इसमे स्टैंडर्ड फ़ारमैट की आवश्यकता नहीं हैं,

यह खुद की आय के हिसाब से बनाया जा सकता हैं.

  1. खर्चो को सीमित किया जा सकता है, और यह कैसे कम हो

सकते है यह पता लगाया जा सकता हैं.

  1. लंबी अवधि के लक्षों को सरलतम तरीके से पूरा किया

जा सकता हैं.

  1. इमरजेंसी फ़ंड आय के हिसाब से तय किया जा

सकता हैं.

  1. काफी निवेश के विकल्प मोजूद है उनके बारे मे

पता हो जाता है।

  1. यह तय करें कि आप प्रॉपर्टी,सीप, गोल्ड, म्यूचुअल फ़ंड

क्यों खरीद रहे हैं इससे कितना पैसा कितने समय मे बनेगा ।

Financial Planning कब शुरू करें

कैरियर की शुरूआत मे ही फाइनैंशल प्लानिंग कर निवेश में लंबा

समय व्यतीत करें और कंपाउंडिंग की ताकत से आप कम निवेश

में अधिक पूंजी जमा कर सकते हैं, हो सकता है कुछ समय के लिए

आय का जरिया बंद हो जाए या अचानक मोटी रकम की जरूरत पड़

जाए ऐसे हालात से निपटने की तैयारी करना भी बेहद जरूरी हैं,

यह तय करें कि आप जीवन में क्या करना चाहते हैं, हर लक्ष्य के लिए

कितने पैसे की जरूरत होगी और उसमे किस तरह के रिस्क है और

 उसे पाने क्या तरीका है, घर में बजट बनाएं घर का बजट बिल्कुल

सरल तरीके से करें और आय के मुकाबले खर्चों का अंदाजा भी लगाएं।

इमरजेंसी फ़ंड रखें। लक्ष्य तय करें शादी, घर , बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट

 मे कितना समय है फिर महंगाई के हिसाब से बचे हुए खर्चों का अंदाजा

लगा कर उसी हिसाब से बचत करें। टैक्स प्लानिंग भी जरूरी है, लोकप्रिय

टैक्स सेविंग, इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस, में लंबी अवधि के हिसाब से निवेश करना

चाहिए।

निष्कर्ष

Financial Planning बहुत ही आसान हैं। यह तब शुरू होती है जब

आप कुछ पैसा कमाने लगते है । इंकम से साथ कई जिम्मेदारियाँ भी आती हैं,

इन जिम्मेदारियाँ को जितना जल्दी जान लेंगे उतना ही अच्छा होता हैं ।

आपने खर्चो को सीमित कर आपने इंकम का कुछ भाग निवेश करने से

हम अपनी जिम्मेदारियाँ समय पर पूरा कर सकते हैं।

Car Insurance

दोस्तो Car Insurance के बारे मे कुछ जानकारी आपके काम

आ सकती है आज हम इसके बारे मे कुछ बात करते है।

आजकल अधिकतर लोगो के पास कार है इसे हर साल मैंटेन

करने पर कुछ पैसा खर्चा होता है, जैसे हर साल इंश्योरेंस प्रीमियम

 भी देनी पड़ती है। यदि आपके पास अच्छी चार पहिया गाड़ी है,

तो मोटर इंश्योरेंस भी महंगा होगा और साल दर साल मोटर

इंश्योरेंस की लागत बढ़ती जा रही है।

Third Party Car Insurance

थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस क्लेम तो सरकार द्वारा अनिवार्य कर

दिया गया है लेकिन आप फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस भी ले सकते हैं,

यह आपकी जरूरत के हिसाब से डिपेंड करता है।

मोटर इंश्योरेंस जब हम करवाते हैं तो यह भी सलाह दी जाती है

कि आप आईडीवी भी देखें।

सभी कंपनियों में इंश्योरेंस का प्रीमियम देखने के बाद ही मोटर इंश्योरेंस लें

इसमें यह भी ध्यान में रखें कि इंश्योरेंस क्लेम का रेशियो

कौन सी कंपनी का अच्छा है लगभग सभी कंपनी आजकल

ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदेने की सुविधा दे रही हैं, जैसे आप

देखेंगे पॉलिसी बाजार में काफी कॉन्पिटिटिव रेट मिल जाता हैं,

लेकिन इन कॉन्पिटिटिव रेट में कई  बार आईडीवी भी कम

कर दी जाती है और आपको मुनाफा दिया जाता है, आपको

कम प्रीमियम का लोभ दिया जाता है, इसीलिए पूरी शर्तो व नियम

के बारे में जानना बहुत जरूरी है इसमें कहीं नियम शर्ते छुपे हुए

तो नहीं है, इसकी क्या टर्म एंड कंडीशन है यह भी जानना जरूरी हैं

गाड़ी चालक को सारी सावधानियाँ बरतनी चाहिए जैसे ड्राइविंग

लाइसेंस पास होना चाहिए, शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाना चाहिए,

 जो गाड़ी के अंदर यात्री हैं उन्हे सीट बेल्ट जरूर लगाना चाहिए आदि

आइए कुछ और चीजों के बारे में हम जानते हैं.

Car Insurance Premium

इंश्योरेंस प्रीमियम गाड़ी की कीमत चार पहिया वाहन के फीचर्स,

स्पेशलाइजेशन और मॉडल पर निर्भर करता है क्योंकि यह गाड़ी

की कीमत कवर करता हैं.

इंजन की क्षमता चार पहिया वाहन इंजन की क्यूबिक कैपेसिटी

सीसी जितनी ज्यादा होगी इंश्योरेंस का प्रीमियम उतना ही अधिक होगा,

गाड़ी की कीमत चार पहिया वाहन के फीचर्स, स्पेशलाइजेशन

और मॉडल पर निर्भर करता है क्योंकि इंश्योरेंस गाड़ी की कीमत

कवर करता है, यही नहीं, कार कितनी पुरानी है और कौन सा मॉडल

है इस बात पर भी निर्भर करता है।

इंजन नया हो तो इंश्योरेंस प्रीमियम भी ज्यादा होगा ,

यह लागत काफी चीजों पर निर्भर करती है.

Role of IRDA

बीमा नियामक इरडा ने थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम के लिए

इंजन की क्षमता के हिसाब से स्लैब रेट तय कर रखे हैं

यदि आप गाड़ी संभलकर चलाते तो और कोई क्लेम नहीं लेते है

तो इंश्योरेंस कंपनी हर साल नो क्लेम बोनस देती हैं आईडीवी (IDV )

यानी इंश्योरेंस डिक्लेयर्ड वैल्यू यह अधिकतम राशि होती है जो चार

पहिया वाहन पूरी तरह  क्षतिग्रस्त होने या चोरी होने पर कंपनी चुकती है.

आईडीवी (IDV)  जितनी कम होगी मोटर इंश्योरेंस उतना ही काम होगा।

आईडीवी (IDV) इंश्योरेंस रिनुअल के दौरान हर साल आँकी जाती है.

यह रेट ऑफ डेप्रिसिएशन को ध्यान में रख कर तय की जाती है

थर्ड प्रीमियम बीमा सीसी के हिसाब से होगा , चार पहिया वाहन जितना

पुराना होगा उसकी कीमत उसी के हिसाब से कम होती जाती है क्यूंकी

इसमे  रेट आफ डिप्रेशिएशन लगता है जिसके आधार पर इंश्योरेंस प्रीमियम

भी घट जाता है इंश्योरेंस कंपनी मेडिकल कवर देती है लेकिन इसके लिए

बीमा कंपनी अलग से कीमत वसूल करती है.

 

निष्कर्ष-

हमारी यह सलाह है कि फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस ही लेना चाहिए

जिसमें आप भी सुरक्षित रहते हैं और गाड़ी भी। जो कंपनी रोड साइड

सेवा और फास्ट पेमेंट करें उनके बारे मे जानना चाहिए और उसी कंपनी

से कार इंश्योरेंस लेना चाहिए।

मुद्रा लोन योजना

अगर आप अपना खुद का व्यापार शुरु करना चाहते है तो मुद्रा लोन योजना

एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस लोन मे किसी भी प्रकार कि गारंटी

की जरूरत नहीं होती है।

 

चलो इसके बारे मे अधिक विस्तार से जानते है।

 

दोस्तो यह लोन प्रधान मंत्री मुद्रा योजन के नाम से जाना जाता है। इसे भारत सरकार ने

वर्ष  2015 मे शुरू किया था, इसका उद्देश माइक्रो इंडस्ट्रीस को बैंक द्वारा लोन दिलवाना

और उन्हे बढ़ावा देना है। उन छोटे व्यवसायी को लाभ पहुचना जिनके पास पूंजी की कमी है।

इस योजना मे बैंक अधिक कागजात की मांग नहीं करता है। इसमे जो लोग बिज़नस शुरू

करना चाहते है या जिन लोगो का पहले से ही बिज़नस चल रहा है वह भी लोन लेने के योग्य हैं.

 

मुद्रा लोन योजना को तीन भागो मे बाटा गया है:-

1. शिशु –

इसके द्वारा अधिकतम रु 50000/- तक का लोन लिया जा सकता है। इन लोनों मे

अधिक कागजात की जरूरत नहीं होती है। इस योजना के तहत सीसी या टर्म लोन

लिया जा सकता है। इसका उद्देश बहुत छोटे व्यपारियों को प्रोत्साहन देना जो छोटा

मोटा कारोबार करते हो या करने वाले हों।

2.  किशोर-

इसके द्वारा रु 50000/- से रु 500000/- तक का लोन लिया जा सकता है।

इन लोनों मे कुछ कागज की आवश्यकता होती है। सीसी या टर्म लोन लिया जा

सकता है। इसका उद्देश छोटे व्यपारियों को प्रोत्साहन देना जो कुछ कारोबार

करते हो या करने वाले हों।

3. तरुण – 

इसके द्वारा रु 500000/- से 1000000/- तक का लोन लिया जा सकता है।

इसमे कुछ जायदा कागज की आवश्यकता होती है जैसे गोमस्था, ITR, बैलेन्स शीट

व P & L स्टेटमेंट।। इसका उद्देश उन व्यवसायी को बढ़ावा देना जो कुछ कारोबार

करते हो या करने वाले हों।

 

पात्रता-

इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति, सोल प्रोप्राइटर, पार्टनरशिप फ़र्म,

प्राइवेट /पब्लिक लिमिटेड कंपनी आदि पात्र है।

 

ब्याज दर-

तीनों ही प्रकार के लोनों मे ब्याज दर बैंक द्वारा तय की जाती है

जो CIBIL रिकॉर्ड पर निर्भर करती है। इन लोनों मे कोई गारंटी नहीं देनी

पड़ती इसलिए यह लोन थोड़े महंगे होते है। सामान्य ब्याज की दर 10 % से 12% के बीच रह सकती है।

कैसे आवेदन करें:- आवेदन करेने से पहले आप जरूरी दस्तावेज़ जो आपके

बिज़नस से संबन्धित हों, को लेकर बैंक मे आवेदन कर सकते है।

आप वेबसाईट https://www.mudra.org.in/ पर भी आवेदन कर सकते है।

आवेदन करने से पहले बिज़नस से संबन्धित जरूरी दस्तावेज़ लेकर बैंक मे जाना चाहिए।

 

मुद्रा लोन योजना में लोन के प्रकार-

इस योजना के तहत आप कई तरह के लोन ले सकते है

जैसे- सीसी लोन, टर्म लोन, ओडी. यह आपके बिज़नस के अनुसार होना

चाहिए जैसे अगर आपको कोई मशीन खरीदना है तो आप टर्म लोन ले सकते है

और लोन कि वापसी ईएमआई द्वारा की जा सकती है। यदि आप ट्रैडर है

या इस तरह के काम के बारे में सोच रहे है हो तो आपको सीसी की जरूरत होगी ।

जिसमे जरूरत के अनुसार आप पैसा निकाल सकते है और जमा कर सकते है

इसमे उतना ही व्याज लगेगा जितना आप पैसो का उपयोग करेंगे।

 

लोन लेने के लिए जरूरी बिन्दु-

योजना के लिए आवेदन करते समय कुछ

जरूरी बिंदुओं को जरूर ध्यान मे रखना चाहिए। यह इस प्रकार हैं।

1.आवेदक कीcibil रिपोर्ट मे कोई भी डिफ़ाल्ट नहीं होना चाहिए।

डिफ़ाल्ट होने पर आपका आवेदन रिजैक्ट होने की अधिक संभावना होती है।

2.जिस स्थान पर आपका बिज़नस है आपको वही पास के बैंक मे आवेदन

करना चाहिए। अधिकतर बैंक आपने आस पास की दुकानों या व्यापार के

लिए लोन देना पसंद करते है जिससे वह बिज़नस की गतिविधियो को देख सकें।

3.व्यापार के लिए जरूरी लाइसेन्स होना चाहिए। सामान्य तोर पर गोमस्था, 

पर यदि आप कोई विशेष बिज़नस कर रहे है जैसे मेडिकल, एक्सप्लोसिव आदि

तो आपको संबंधिक विभागो से अनुमति लेनी पड़ेगी और बैंक मे लोन का आवेदन

करते समय देना पड़ेगा।

4. जिस बैंक मे पहले से अकाउंट है वही पर आवेदन कर सकते है।

5. लोन का उपयोग बिज़नस मे ही होना चाहिए। पैसो का उपयोग

निजी जरूरतों के लिए नहीं होना चाहिए।

 

निष्कर्ष-

दोस्तो मुद्रा लोन योजना सरकार द्वारा शुरू की गई एक अच्छी योजना है।

हमने कुछ विवरण देने की कोशिश की है। हमारे छोटे व्यापारियो के लिए यह अच्छी

स्कीम है, हमे आशा है की इससे आपको लाभ होगा।

Auto Loan

Auto loan

 हम perfectincome.in पर Auto loan के बारे मे जानेगे,

Auto Loan को ऑटोमोबाइल लोन या ऑटो लोन या Car Loan के रूप में

भी जाना जाता है। यह एक कार खरीदने के लिए लिया गया ऋण है।

सामान्य तौर पर न्यूनतम ऋण राशि रु 1.00 लाख है। अधिकतम ऋण राशि

आपकी चुकौती क्षमता( Repayment Capacity)

और वाहन की लागत पर निर्भर करती है। न्यूनतम अवधि 12 महीने के अधिकतम अवधि 84 महीने है।

Documents required for Auto Loan

ऑटो ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज

बैंक या FI को जमा करते समय आपको मूल दस्तावेजों के साथ एक ज़ीरक्सा कॉपी ले जानी चाहिए।

आपको आपने KYC दस्तावेजों को जमा करने की ज़रूरत होगी।

1.3 महीने का वेतन वेतनभोगी व्यक्ति का वेतन पर्ची या स्वरोजगार या व्यवसायियों के मामले में 3 वर्ष

का लाभ और हानि स्टेटमेंट और बैलेंस शीट।

2. वाहन का Quotation

3. 6 महीने के लिए बैंक खाता विवरण

4. फर्म / सह पंजीकरण प्रमाण पत्र-व्यवसायी के मामले में जीएसटी / गोमास्थ पंजीकरण पंजीकरण

5. 6 महीने का जीएसटी रिटर्न

6. पैन कार्ड

7. आधार कार्ड

8. पते का प्रमाण (कोई भी) -ड्राइविंग साइलेंस, रेंट एग्रीमेंट,

9. आईटी रिटर्न-3 साल।

10. सह आवेदक केवाईसी

 

5 Important points to know while applying for Auto Loan

ऑटो ऋण के लिए आवेदन करते समय 5 महत्त्वपूर्ण बिन्दु जाने

कार लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको अपने बैंक के साथ ब्याज की दर

(बैंक जिसमे आपका Saving,वेतन खाता या करेंट खाता है) पूछना चाहिए क्योंकि ब्याज

दर किसी भी वाहन ऋण का मुख्य घटक है।

1.ब्याज दर Interest rate:

एक ऋण की ब्याज दर उधार पैसे की लागत का प्रतिनिधित्व करती है।

आपकी क्रेडिट और वित्तीय स्थिति के आधार पर ब्याज दरों की दर अधिक या कम हो सकती है।

2. ऋण अवधि Loan term:

बैंक या एफआई आपकी पुनर्भुगतान क्षमता या आपके द्वारा वांछित कार्यकाल

के अनुसार, अलग-अलग पुनर्भुगतान शर्तें प्रदान करता है। कुछ बैंक ऋण की अवधि कम, जबकि

कुछ बैंक आपको लंबे समय तक कार्यकाल की हो सकती हैं, हालांकि आपको कम समय के

लिए जाना चाहिए क्योंकि यह ब्याज बचाएगा।

3. शुल्क Fees and Charges:

ब्याज के अलावा, कुछ बैंक प्रोसेसिंग फीस या खाता रखरखाव शुल्क के रूप में शुल्क लेते हैं।

ऋण राशि प्राप्त करने से पहले ये शुल्क आपके ऋण से काटे जाते हैं और कुछ बैंक विलंब शुल्क और

पूर्व भुगतान शुल्क भी लेते हैं.

यदि कोई छुपा शुल्क हो, तो आपको नियम और शर्त को भी पढ़ना चाहिए।

4. वित्त पोषण का समय Funding time:

कुछ बैंक या एफआई आपको उसी दिन या अगले दिन धन दे सकते हैं, जबकि अन्य को

आपके खाते में धनराशि जमा करने में कई दिन लग सकते हैं। आवेदन करते समय आपको इस सम्बंध में

स्पष्टीकरण प्राप्त करना चाहिए।

5. अन्य विशेषताएँ:

कुछ बैंक अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान करते हैं, यह बैंक के साथ मौजूदा सम्बंध पर निर्भर करता हैं।

 

This is how you can qualify for a Auto Loan

आप ऑटो ऋण लेने के लिए कैसे योग्य हो सकते हैं 

कुछ कारक हैं जो आप अनुकूल दर पर अनुमोदित होने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए

कर सकते हैं।

कुछ कारक हैं जो आपके ऑटो ऋण को मंजूरी देते समय बैंक या वित्तीय संस्थान मानते हैं:

क्रेडिट स्कोर (Credit Score) :

आपका CIBIL क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होगा, उतनी ही कम ब्याज दर के साथ

अनुमोदित होने की आपकी संभावना बेहतर होगी। कम क्रेडिट स्कोर आपकी ब्याज दर पर प्रभाव डालेगा या

आप आवेदन को अस्वीकार हो सकता हैं।

आय (Income) :

आपका वेतन या व्यवसाय का लाभ उचित होना चाहिए। ऋण चुकाने की आपकी क्षमता एक

अन्य प्रमुख कारक है और बैंक आपके ऋण-से-आय अनुपात पर विशेष रूप से विचार करेंगे-यही कि आपकी

मासिक आय से आप ऋण की किस्तों का भुकतान कर सकते है या नहीं।

चुकौती क्षमता Repayment capacity-

आपकी अदायगी क्षमता को आपकी आय या व्यवसाय द्वारा मापा जाता है।

आपकी शुद्ध आय में से EMI काटने के बाद बची हुई राशि आपकी पुनर्भुगतान क्षमता दर्शाती।

अधिक शुद्ध आय EMI काटने के बाद आपके ऋण अनुमोदन (Approval) की संभावना को बढ़ाएगी।

 

5 simple steps for getting your Auto loan approved easily and faster

अपने ऑटो ऋण को आसानी से और तेज़ी से स्वीकृत करने के लिए 5 सरल उपाय

आज बैंकिंग बदली हुई है। आप आसानी से अपने ऋण को बैंकर द्वारा अनुमोदित करवा सकते हैं। ऑटो लोन के लिए

आवेदन करते समय निम्नलिखित 5 simple चरण हैं।

1.उस बैंक को पहचानें जो ब्याज और प्रसंस्करण शुल्क (processing fees) की कम दर ले रहा है। बैंक जिसके साथ

आप अपना वेतन  या व्यवसाय खाता बनाए हुए हैं, वह आपको बेहतर ब्याज दर प्रदान कर सकता है।

2. अपने KYC दस्तावेजों जैसे Aadhar card, Driving License, सरकार द्वारा जारी आईडी कार्ड के साथ शाखा पर

जाएँ। चुनाव आईडी कार्ड, Electricity Bills, टेलीफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट, चेकबुक और आपकी 2 तस्वीरें और प्रस्तावित

गाड़ी का कोटेशन साथ ले जाना चाहिए।

3. वेतनभोगी लोगों के लिए अपना आय प्रमाण-प्रमाण 6 महीने की वेतन पर्ची, 3 वर्ष का आईटीआर, 3 वर्ष का

फॉर्म 16, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट।

4. बिज़नेस क्लास के लिए 1 साल का बैंक स्टेटमेंट जिसमे आपके बिज़नेस ट्रांजैक्शन को दर्शाता गया हो, 3 साल

की profit & Loss स्टेटमेंट के साथ-साथ बैलेंस शीट, 3 साल की आईटीआर कॉपी। यदि आपने पहले ही कोई ऋण

लिया है, तो आपको अपने सभी ऋण स्वीकृत पत्र और उनका 6 महीने के बैंक स्टेटमेंट के साथ ले जाना चाहिए

5. आवेदन फॉर्म को अपने आय प्रमाण के साथ KYC फॉर्म को ठीक से संलग्न करें और बैंक या वित्तीय संस्थान

में जमा करें। नियम और शर्तों को पढ़ें।

Benefits of availing the Auto Loan

ऑटो ऋण प्राप्त करने के लाभ

1.ऑटो ऋण न केवल वाहन की लागत, बल्कि पंजीकरण लागत, बीमा, सहायक उपकरण

आदि जैसे सहयोगी व्यय को भी कवर करता है।

2. यदि ऑटो ऋण फर्म के नाम पर लिया जाता है, तो ब्याज की अदायगी को व्यय के रूप में दिखाया जा सकता है।

3. ऑटो ऋण को collateral की आवश्यकता नहीं होती है

4. ऑटो ऋण प्राप्त करने से आपातकाल के समय की बचत की जा सकती है।

5. यह कई मध्य वर्ग के खरीदारों को वाहन खरीदने का अवसर देता है।

6. अधिकतम चुकौती अवधि 5 से 7 वर्ष है। यह आंशिक रूप से या पूरी तरह से चुकाया जा सकता है।

7. ऋण सुविधा ने ऑटो उद्योग को बढ़ावा दिया है।

8. उपयोग किए गए वाहन के लिए ऋण लिया जा सकता है।

Disadvantage of Auto Loan

ऑटो ऋण का नुकसान

1.ऋण की स्वीकृति चुकौती क्षमता पर आधारित है।

2.मूल के साथ भुगतान किया जाने वाला ब्याज वाहन की लागत को बढ़ाता है।

3.ऋण प्रस्ताव को प्रभावित करने वाले कई कारक जैसे सिबिल रिकॉर्ड, पुनर्भुगतान क्षमता, चरित्र

प्रमाण पत्र आदि भी आवेदन में प्रभाव डालते है।

4.कुछ बैंक / वित्तीय संस्था अंतिम समय पर ऋण को अस्वीकार कर देती है। ऐसे मामले में आपको

अन्य बैंक / वित्तीय संस्थाओं के साथ नए ऋण के लिए आवेदन करना होगा।

 

निष्कर्ष

ऑटो लोन, मीडियम टर्म लोन है। अन्य ऋणों जैसे Home Loan, Mortgage Loan, Education Loan की

तुलना में ऑटो ऋण में ब्याज की दर अधिक है। कुछ कारक हैं जो आपके क्रेडिट, आय और पुनर्भुगतान क्षमता

जैसे ऋण को प्रभावित करते हैं।

कुछ ऐसे क़दम भी हैं जिनके द्वारा आप समय पर ऋण प्राप्त करने और ब्याज की उचित दर पा सकते हैं।

वाहन खरीदना व्यक्ति की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है, लेकिन प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है यह अच्छी ब्याज दर

की खोज करने के लिए उचित है, लेकिन आपका मुख्य बैंक / FI आपको विशेष रूप से राष्ट्रीयकृत बैंक के मामले

में ब्याज की अच्छी दर दे सकता है।

Home Loan

ज हम Perfectincome.in पर home loan के बारे मे जानेगे,

हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना घर हो। अब हर कोई अपने सपने को

Home Loan से पूरा कर सकता है।

बैंक बेहतर ब्याज दर और लचीले पुनर्भुगतान अवधि (flexible repayment term )

की पेशकश कर रहे हैं।

 Home Loan आवासीय संपत्ति की खरीद या निर्माण के के लिए लिया जाता  है।

सरल शब्दों में, Home Loan एक नया घर खरीदने या निर्माण के लिए लिया गया ऋण होता है।

भूखंड की खरीद के लिए, उसके बाद उस पर निर्माण या पहले से निर्मित घर की खरीद के लिए

यह लोन उपलब्ध है।

बैंक खरीद सह निर्माण आवास ऋण और निर्मित मकान की खरीद पर ब्याज की अलग-अलग

दर वसूल रहे हैं।

 

8 Important point to be keep in mind while identifying the property

for purchase.

खरीद के लिए घर की पहचान करते समय 8 महत्वपूर्ण बिंदु ध्यान में रखें।

1. प्रस्तावित घर या भूखंड आपके बजट में होना चाहिए। आपको ईएमआई के भुगतान

को ध्यान में रखना चाहिए,यह हमारी मासिक आय का 55 से 65% होना चाहिए।

2. मार्जिन भुगतान एफडी के रूप में जमा या बचत होना चाहिए। यदि आपके पास पर्याप्त

सोना है,तो मार्जिन के लिए गोल्ड लोन लिया जा सकता है।

3. प्रस्तावित संपत्ति को अस्पताल,रेल या बस स्टैंड, स्कूल, मार्केट आदि के आसपास के क्षेत्र

में होना चाहिए और प्रस्तावित एरिया की जाँच की जानी चाहिए।

4. आने जाने की सार्वजनिक सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए।

5. अन्य बुनियादी जरूरतों जैसे पानी,बिजली, पार्क, जल निकासी और कार पार्किंग को

ध्यान में रखा जाना चाहिए।

6. संपत्ति के शीर्षक की वास्तविकता के बारे में स्थानीय अधिवक्ता से कानूनी तौर पर राय

लेनी चाहिए। संपत्ति के दस्तावेजों की एक प्रति ली जानी चाहिए।

7. किसी भी सरकार के बकाए का विवरण जैसे करों और अन्य शुल्कों की जाँच की जानी चाहिए।

8. फॉर्म बिल्डर या स्थानीय स्तर पर खरीदते समय सभी शुल्कों का विवरण दिया जाना चाहिए।

 

Documents required for Home Loan.

आवास ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज।

आवास ऋण के लिए निम्नलिखित KYC दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। बैंक या FI को आवेदन

करते समय आपको मूल दस्तावेजों के साथ एक ज़ीरक्सा कॉपी ले जानी चाहिए।

1.वेतनभोगी व्यक्ति के मामले में 3 महीने का वेतन पर्ची, स्वरोजगार या व्यवसायियों के

मामले में 3 साल का लाभ और हानि और बैलेंस शीट होनी चाहिए

2. 6 महीने के लिए बैंक खाता विवरण

3. पैन कार्ड

4. आधार कार्ड

5. पते का प्रमाण (कोई भी) – ड्राइविंग साइलेंस, रेंट एग्रीमेंट, कंपनी लेटर हेड पर पता आदि होना चाहिए

6. संपत्ति दस्तावेज- प्रस्तावित संपत्ति का संपत्ति दस्तावेज।

7. आईटी रिटर्न -3 साल

8. सह आवेदक (Co- Applicant) KYC

9. 2 फोटोग्राफ

8 Important factor of home Loan.

आवास ऋण के लिए 8 महत्वपूर्ण कारक

1. लोन टू वैल्यू रेशियो-लोन अमाउंट आपकी आय के संबंध में।

2. संपत्ति के बाजार मूल्य का90% तक ऋण लिया जा सकता है

3. ब्याज दर बहुत प्रतिस्पर्धी है

4. बंधक ऋण (Mortgage Loan) की तुलना में कम ब्याज दर ।

5. प्रोसेसिंग शुल्क लगभग0.50% से 1.00% है। बैंक विभिन्न अवसरों पर NIL

प्रोसेसिंग शुल्क की पेशकश कर रहे हैं। आपको उसी की जांच करनी चाहिए।

6. आयकर लाभ

7. इसका उपयोग केवल घर के लिए किया जाना है।

8. वर्तमान में 2.67 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी पीएम आवास योजना के तहत उपलब्ध है।

 

Factor affecting for qualifying for a home Loan

आवास ऋण के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए प्रभावित करने वाला कारक

कुछ बिंदु हैं जो आप अनुकूल दर पर अनुमोदित होने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं।

कुछ factor हैं जो आपके हाउसिंग लोन को मंजूरी देते समय बैंक या वित्तीय संस्थान मानते हैं:

क्रेडिट स्कोर(Credit Score): आपका CIBIL क्रेडिट स्कोर आपके पूरे  क्रेडिट इतिहास का एक स्नैपशॉट है,

और यह जितना अधिक होगा, उतनी ही कम ब्याज दर के साथ अनुमोदित होने की संभावना बेहतर होगी।

कम क्रेडिट स्कोर आपकी ब्याज दर पर प्रभाव डालेगा या आप आवेदन को अस्वीकार करा जा सकता  हैं।

आय (Income): आपका वेतन या व्यवसाय का लाभ उचित होना चाहिए। ऋण चुकाने की आपकी क्षमता एक

अन्य प्रमुख कारक है, और बैंक आपके ऋण-से-आय अनुपात पर विशेष रूप से विचार करेंगे- यही कि आपकी

मासिक आय से आप ऋण की किस्तों का भुकतान कर सकते है या नहीं।

चुकौती क्षमता Repayment capacity – आपकी अदायगी क्षमता को आपकी आय या व्यवसाय द्वारा मापा जाता है।

आपकी शुद्ध आय मे से EMI काटने के बाद बची हुई राशि आपकी पुनर्भुगतान क्षमता दर्शाती ।

अधिक शुद्ध आय EMI काटने के बाद आपके ऋण अनुमोदन ( Approval )की संभावना को बढ़ाएगी।

6 simple steps for getting your home loan approved easily and faster

अपने आवास ऋण को आसानी से और तेजी से स्वीकृत करने के लिए 6 सरल उपाय

आप आसानी से अपने आवास ऋण को बैंकर द्वारा अनुमोदित करवा सकते हैं। ऋण के लिए आवेदन करते समय

निम्नलिखित कुछ चरण हैं।

1.उस बैंक को पहचानें जो ब्याज और प्रसंस्करण शुल्क (processing fees)की कम दर की पेशकश कर रहा है।

आप ऑनलाइन चेक कर सकते हैं या टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ज्यादातर मामलों में, आप प्राथमिक बैंक

जिसके साथ आप अपना वेतन, सविंग या करेंट खाता बनाए हुए हैं, वह आपको बेहतर ब्याज दर प्रदान कर सकता है।

2. बैंक मे जाते समय अपने KYC दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेन्स , सरकार द्वारा जारी आईडी कार्ड के

साथ शाखा का चयन करें। Election आईडी कार्ड, Electricity Bills, टेलीफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट, चेकबुक और

आपकी 2 तस्वीरें साथ रखे।

3. वेतनभोगी लोगों के लिए अपना आय प्रमाण प्रमाण6 महीने की वेतन पर्ची, 3 वर्ष का आईटीआर, 3 वर्ष का

फॉर्म 16, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट ले कर जाना चाहिए ।

4. बिज़नेस क्लास के लिए1 साल का बैंक स्टेटमेंट जिसमे आपके बिज़नेस ट्रांजैक्शन को दर्शाता गया हो, 3 साल की

profit & Loss स्टेटमेंट के साथ-साथ बैलेंस शीट, 3 साल की आईटीआर कॉपी। यदि आपने पहले ही कोई ऋण लिया है,

तो आपको अपने सभी ऋण स्वीकृत पत्र और उनका 6 महीने के बैंक स्टेटमेंट के साथ ले जाना चाहिए

5. अपने आय प्रमाण के साथ केवाईसी फॉर्म को ठीक से संलग्न करने के लिए आवेदन पत्र भरें और इसे बैंक या वित्तीय

संस्थान में जमा करें। पद और शर्तों को पढ़ें।

6. प्रस्तावित संपत्ति कीsale deed की प्रतिलिपि ले। बेहतर होगा कि आप म्यूटेशन सर्टिफिकेट, डायवर्सन कॉपी, टैक्स पेड

रसीद के साथ चेन रजिस्ट्री कॉपी अपने पास रखें। बिल्डर से संपत्ति खरीद के मामले में, बिल्डर एक फाइल देगा जिसमें सभी

अनुमति दस्तावेज होंगे।

 

आवास ऋण प्राप्त करने के 6 लाभ-

6 Benefits of availing the Home Loan

1.आवास ऋण के सफल वितरण पर,आप आयकर की धारा 80 सी के तहत मूल पुनर्भुगतान पर 1.5 लाख रुपये का दावा

करते हैं और u/s 24 के तहत ऋण ब्याज के भुगतान पर 2.0 लाख रुपये का दावा करते हैं, धारा 8EEA के तहत आप पात्रता

को पूरा कर ब्याज घटक को क्लैम कर सकते हैं।

2. आप पीएम आवास योजना के तहत कुछ शर्तों के तहत 2.67 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।

3. आप सेवा या व्यवसाय के शुरुआती चरण में घर खरीद सकते हैं और किराये के भुगतान को बचा सकते हैं।

4. ब्याज की दर बहुत प्रतिस्पर्धी है और आप कम ब्याज दर पर ऋण का लाभ उठा सकते हैं।

5. ऋण के पुनर्भुगतान में लचीलापन(flexibity in repayment) है, आप आंशिक रूप से एकमुश्त भुगतान कर सकते हैं।

कई बैंक / एफआई निश्चित अवधि के बाद पूर्व भुगतान पर शून्य शुल्क ले रहे हैं

6. संपत्ति के मूल्य पर प्रगति होगी। यदि आवश्यक हो तो आप संपत्ति की बिक्री करें और कमाएं।

 

आवास ऋण का नुकसान-

Disadvantage of Housing Loan

1.ऋण अवधि लंबी है जो आपकी चुकौती क्षमता के अनुसार है।

2. कभी-कभी आपके द्वारा खरीदी गई संपत्ति मे बाजार या स्थानीय मुद्दे के कारण बढ़ोतरी नहीं होती है।

3. किसी बैंक को ऋण देने में कुछ समय लग सकता है और अन्य बैंक/ एफआई में ब्याज दर की तुलना में आपके

बैंक या एफआई द्वारा अधिक ब्याज दर ली जा सकती है।

4. एक बैंक/ वित्तीय संस्था से दूसरे के लिए ऋण स्विच करना आसान नहीं है। निश्चित कारण से स्विच करने पर अतिरिक्त

व्यय हो सकता है।

5. किसी समय बैंक/ एफआई अंतिम समय पर ऋण को अस्वीकार कर देता है, तो आप संपत्ति की बुकिंग करते समय

भुगतान किए गए मार्जिन मनी खो सकते हैं। ऐसे मामले में आपको अन्य बैंक / वित्तीय संस्थाओं के साथ नए ऋण के लिए

आवेदन करना होगा।

 

निष्कर्ष

हाउसिंग लोन घर के अधिग्रहण के लिए एक दीर्घकालिक ऋण है। अन्य ऋणों की तुलना में आवास ऋण

में ब्याज की दर कम है। कुछ कारक हैं जैसे आपका क्रेडिट स्कोर, आय और पुनर्भुगतान क्षमता जैसे आपके आवास

ऋण को प्रभावित कर सकते हैं। 6 सरल चरण भी हैं जिनके द्वारा आप अपने आवास ऋण को समय पर और उचित

दर प्राप्त करने की संभावना में सुधार कर सकते हैं। अब जैसे-जैसे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, अच्छी ब्याज दर की खोज

करना उचित है। हाउसिंग लोन पर  जैसे इनकम टैक्स बेनिफिट और PM Awas Yojan सब्सिडी का लाभ इसे और

अधिक आकर्षक बनाता है। शुरुआती चरण में ऋण लेने की सलाह दी जाती है ताकि सेवानिवृत्ति के समय घर पर लोन चुक जाए।

CIBIL क्रेडिट स्कोर

आज हम perfectincome.in पर CIBIL क्रेडिट स्कोर के बारे मे जानेगे,

आज ऋण प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता है और जब भी हम लोन लेने जाते है

बैंक अकसर CIBIL क्रेडिट स्कोर को देखते हैं। आज हम सिबिल स्कोर के बारे

में जानते हैं.

CIBIL क्रेडिट स्कोर में 300 से 900.

आम तौर पर सिबिल रिपोर्ट में 300 से 900 तक की क्रेडिट रेटिंग होती है। हर बैंक या

वित्तीय संस्थान ऋण स्वीकृत करते समय हमेशा आपके सिबिल स्कोर पर विचार करता है।

जब भी क्रेडिट इतिहास छह महीने से होता है तो इसमें 0 का स्कोर होता है इसका मतलब है

कि क्रेडिट इतिहास उपलब्ध नहीं है क्योंकि क्रेडिट इतिहास छह महीने से कम है।

कई बार जब आपके पास कोई क्रेडिट इतिहास नहीं होता है, तो बैंक इस पर विचार करता

है और कुछ मामलों में विशेष रूप से सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं

जैसे PMEGP में आपके ऋण को मंजूरी दे सकता है।

 

आपका CIBIL क्रेडिट स्कोर आपके समग्र क्रेडिट इतिहास का एक स्नैपशॉट है और

यह जितना अधिक होगा, कम ब्याज दर के साथ आपके ऋण की स्वीकृत होने की संभावना उतनी

ही बेहतर होगी। कम क्रेडिट स्कोर आपकी ब्याज दर को प्रभावित करेगा या आपका आवेदन

अस्वीकार किया जा सकता है।

कई बार CIBIL क्रेडिट रिपोर्ट पर CIBIL स्कोर-1 देता है इसमें उधारकर्ता के लिए कोई

इतिहास या क्रेडिट ट्रैक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं होता है।

बैंक आमतौर पर उन मामलों में उधार देने से बचते हैं जहाँ स्कोर-1 होता है। लेकिन कभी-कभी बैंक

और एनबीएफसी आपके अच्छे कागजात के आधार पर उधार दे सकते हैं।

 

कितना CIBIL क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है?

उपयुक्त सिबिल स्कोर 750 होना चाहिए। 750 से नीचे के स्कोर को अधिकांश बैंक

और एफआई द्वारा अनुमोदन नहीं मिल पाता  है। हालाँकि, कई NBFC 750 से नीचे के

स्कोर के लिए भी ऋण प्रदान करते हैं। इस परिदृश्य में आपको उच्च ब्याज दर का भुगतान

करना होगा।

 

CIBIL Transunion 2.0 जो उधारकर्ता के पिछले इतिहास के मूल्यांकन के लिए एक विशेष दृष्टिकोण

का अनुसरण करता है। CIBIL 2.0, 300 से 900 के स्कोर के साथ 1 से 5 का स्कोर प्रदान करता है,

जहाँ डिफ़ॉल्ट के उच्चतम जोखिम के लिए 1 और 2, मध्यम जोखिम के लिए 3 और डिफ़ॉल्ट के कम से

कम जोखिम के लिए 4-5 है।

 

अब हम देखेंगे कि सिबिल स्कोर इतना महत्त्वपूर्ण क्यों है।

 

अच्छे सिबिल स्कोर के क्या फायदे हैं?

  1. यह आपके चुकौती अनुशासन का स्नैपशॉट है.
  2. यह आपकी साख को दर्शाता है.
  3. टॉप अप लोन और टॉप क्रेडिट कार्ड के लिए पात्र होते है.
  4. बैंक अधिक राशि का ऋण स्वीकृत कर सकता है.
  5. सिबिल स्कोर के आधार पर कई बैंक / एनबीएफसी के पास स्वचालित ऋण अनुमोदन प्रणाली है.
  6. कम ब्याज दर.
  7. आपके लोन की मंज़ूरी तेज़ी से मिलने की संभावना अधिक है.
  8. यह आपकी कमाई और भुगतान करने की क्षमता को दर्शाता है.

 

लोअर सिबिल स्कोर के क्या नुक़सान हैं?

  1. किसी भी नए ऋण को स्वीकृत करना कठिन है.
  2. बैंक उच्च ब्याज दर वसूल करेगा.
  3. यह आपके मौजूदा ऋण पर भी प्रभाव डालेगा.
  4. क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल होता है.
  5. अतिरिक्त लाभ मिलना मुश्किल होता है.

 

कम CIBIL क्रेडिट स्कोर के शीर्ष कारण।

स्कोर आपकी कमाई और व्यय क्षमता, ऋण प्रकार (सुरक्षित या असुरक्षित) ,

पिछली क्रेडिट मांग गतिविधियों (जैसे ऋण पूछताछ की संख्या) , पिछले ऋण अवधि के

लिए किसी भी महीने में 30 दिनों  की अतिदेय आदि जैसे विभिन्न मानकों पर निर्भर है।

 

अब आइए कम CIBIL Score के कारणों के बारे में चर्चा करते हैं।

 

1.ऋण खाते में अतिदेय (Overdue in Loan Account)

यहाँ तक कि आपके ऋण में एक दिन का अतिदेय भी आपके सिबिल

स्कोर में दिखाई देगा। बैंक आम तौर पर वैध कारण के कारण कुछ दिन अतिदेय स्वीकार करते हैं।

ऋण खाते में लंबे समय तक और लगातार अतिदेय होने से आपके स्कोर पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।

 

2.ऋण का एनपीए वर्गीकरण ( NPA Categorization of loan account)

किसी भी कारण से एनपीए वाला

कोई भी ऋण आपके सिबिल स्कोर पर बुरी तरह प्रभाव डालेगा। नए ऋण के लिए आवेदन करते समय

बैंक या वित्तीय संस्था को उचितऔचित्य दिए जाने की आवश्यकता है।

 

3.ऋण में मुकदमा दायर ( Suit file in Loan account )

मुकदमा दायर जैसी हर क्रिया आपके सिबिल स्कोर में दिखाई देगी।

यदि आपके सिबिल स्कोर में मुकदमा दायर है तो अधिकांश बैंक आपके नए ऋण आवेदन को

अस्वीकार कर देंगे। यह आपके सिबिल स्कोर में सबसे खराब टिप्पणी है।

 

 

4. निपटारा टिप्पणी ( Settlement Remark)

यह क्रेडिट कार्ड में सबसे आम है। कई बार बैंक क्रेडिट कार्ड

में कुछ शुल्क लगाते हैं और ग्राहक क्रेडिट कार्ड के बंद करने पर इन शुल्कों को हटाने के

लिए कहते हैं या क्रेडिट कार्ड के समर्पण पर कम राशि जमा करने के लिए ग्राहक बातचीत

करते हैं। बैंक आमतौर पर निपटान के लिए यह शुल्क हटा देता है या समझौता करता है

लेकिन खाते में उल्लिखित टिप्पणी देता है। इन टिप्पणियों को बैंक आपने सिस्टम अपडेट

करता है फिर सिबिल में अपडेट कर दिया जाता है। बैंक के साथ किसी भी प्रकार का समझौता

आपके स्कोर को प्रभावित करेगा। इस प्रकार के मामलों को मंजूरी देने में बैंक की कोई

दिलचस्पी नहीं है।

 

5.पूछताछ की संख्या ( Number of Inquires)

इन पूछताछों की संख्या बैंक द्वारा नोट की जाती है और इससे आपके स्कोर में कमी

आती है। इसलिए आपको अपने सिबिल रिकॉर्ड के बारे में अनावश्यक पूछताछ करने से

बचना चाहिए।

 

6.चुकौती क्षमता ( Repayment Capacity)

सिबिल का सॉफ्टवेयर आपकी चुकौती क्षमता के साथ-साथ सभी ऋण और उसके

पुनर्भुगतान को पकड़ने में सक्षम है। ये सभी चीजें सिस्टम में क़ैद हो जाती हैं और सिबिल स्कोर

बढ़ या घट सकता है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के लिए लोन की तरह बहुत सारे लोन से बचना चाहिए।

 

7.सुरक्षित और असुरक्षित ऋण ( Secured and Unsecured Loan)

आपके स्कोर को प्रभावित कर सकता है। असुरक्षित ऋण की अधिक

राशि आपके सिबिल स्कोर को कम कर सकती है।

 

8.ऋण पुनर्गठन ( Loan Restructure)

यह कुछ मामलों में आपके अपेक्षित स्कोर को प्रभावित करेगा। कुछ मामलो को

छोड़ कर जैसे हाल ही में आरबीआई ने बैंक को कोविड 19 के कारण तनाव संपत्ति के

पुनर्गठन की अनुमति दी है।

 

 

एक अच्छा सिबिल स्कोर कैसे बनाएँ।

जब आप अपना सिबिल स्कोर जानते हैं, तो आपको उसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए।

आप अपने क्रेडिट कार्ड और ऋण ईएमआई पर नियमित भुगतान करके अपना स्कोर बढ़ा सकते हैं।

सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आपके भुगतान में चूक आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह प्रभावित

कर सकती है। हालांकि सिबिल स्कोर में सुधार के लिए कुछ बोर्ड बिंदुओं पर चलते हैं

1. अपने बिलों का समय पर भुगतान –

एक अच्छा सिबिल स्कोर बनाने के लिए यह सबसे महत्त्वपूर्ण और

बुनियादी बात है। आपको अपने क्रेडिट कार्ड जैसे बिलों का समय पर भुगतान करना होगा और

हमेशा पूरी देय राशि का भुगतान करने का प्रयास करना होगा।

2. अपनी ईएमआई का समय पर भुगतान-

यह भी सबसे महत्त्वपूर्ण और बुनियादी बात है। आपको

अपनी ईएमआई जैसे( Home Loan ) होम लोन, ( Education Loan)एजुकेशन लोन, ( Auto Loan )ऑटो लोन आदि

का समय पर भुगतान करना होगाऔर हमेशा पूरी देय राशि का भुगतान करने का प्रयास करना होगा।

3. अपने ख़र्चों पर नियंत्रण रखें-

ख़र्चों का प्रबंधन बहुत ज़रूरी है जब आप अपनी आय और

पुनर्भुगतान क्षमता के भीतर ख़र्च करते हैं, तो आप समय पर क्रेडिट बिल का भुगतान कर सकते हैं।

4. समय पर बकाया राशि का भुगतान-

अपने कर्ज़ को जल्द से जल्द चुकाना महत्त्वपूर्ण है।

एक समतुल्य सुनिश्चित करने के लिए, हमेशा संपूर्ण देय राशि का भुगतान करें।

5. बार-बार चेक क्रेडिट रिपोर्ट से बचें-

आजकल कई वेबसाइटें आपके सिबिल स्कोर

को निःशुल्क जांचने की पेशकश कर रही हैं, लेकिन यह वास्तव में आपके डेटा को इन वेबसाइट

पर स्थानांतरित कर देती है और बदले में ये वेबसाइट आपको कई प्रकार के ऋणों के बारे में बार-बार

फोन है। यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित करता है। अधिक पूछताछ से ऋणदाता को संकेत

मिलता है कि आपको पैसे की ज़रूरत है और ऐसी स्थिति में आप कम ब्याज दर की मांग नहीं कर सकते हैं।

6. कैश क्रेडिट ऋण का उपयोग-

कैश क्रेडिट ऋण जैसा ऋण उधारकर्ता की साख द्वारा निर्धारित ऋण

सीमा के साथ आता है। उधारकर्ता अपनी स्वीकृत सीमा तक धनराशि निकाल सकता है, स्वीकृत सीमा

से ऊपर का कोई भी ओवरड्राफ्ट सिबिल रिकॉर्ड में अतिदेय के रूप में दिखाई देगा। इसलिए जो लोग इन

ऋणों का लाभ उठा रहे हैं, उन्हें स्वीकृत सीमा के भीतर निधि का उपयोग करना चाहिए।

7. आपकी क्रेडिट सुविधा का समय पर नवीनीकरण-

कैश क्रेडिट आमतौर पर अधिकतम 12 महीने की अवधि के लिए दिया जाता है, जिसके बाद समीक्षा

या नवीनीकरण किया जाता है। इस श्रेणी के उधारकर्ता को समय पर नवीनीकरण के कागजात जमा करने

चाहिए और बैंकर से समय पर अपनी सीमा को नवीनीकृत करने के लिए कहना चाहिए। अधिकतर ऋण में

कोई न कोई सिक्योरिटी ली जाती है । कैश क्रेडिट भी स्टॉक और बुक डेट द्वारा सुरक्षित ऋण है। इसलिए

नियमित आधार पर आहरण शक्ति को अद्यतन करने के लिए नियमितअंतराल पर जमा किए जाने वाले

स्टॉक विवरण देना चाहिए।

निष्कर्ष

अब आप अपने सिबिल स्कोर, इसके महत्त्व के बारे में स्पष्ट हो गए होंगे। अब ऋण प्रत्येक की

मूलभूत आवश्यकता है। कई बैंक और वित्तीय संस्थान ब्याज पर बहुत अच्छी दर प्रदान कर रहे हैं,

जब ऋण लेने जाते है तो बैंक कई चीजों को देखता है और उनमें से एक सिबिल स्कोर है।

मेरा सुझाव है कि लेख को पढ़ें और अपने स्कोर को बेहतर सिबिल स्कोर बनाने का प्रयास करें।

Bitcoin

आज हम perfectincome.in पर Bitcoin Details  के बारे मे जानेगे

Bitcoin के अनुसार एक करेंसी है जो वर्तमान में सैकड़ों अमेरिकी डॉलर का है,

लेकिन यह सोने या प्लैटिनम या किसी भी कीमती धातु से बना नहीं है, वास्तव में यह उस तरह का करेंसी नहीं है

जिसे आप अपने हाथ में पकड़ सकते हैं या गुल्लक में डाल सकते हैं यह एक डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है

केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप से मौजूद है।

मैं bitcoin के बारे में बात कर रहा हूँ। bitcoin अधिकांश पैसे की तरह काम नहीं करता है यह किसी राज्य

या सरकार से जुड़ा नहीं है, इसलिए इसे जारी करने का अधिकार या नियामक निकाय नहीं है, जिसका अर्थ है

कि कोई भी संगठन यह निर्णय नहीं ले रहा है कि कब और कितना बिटकॉइन को बनाने का निर्णय लिया जाए

ताकि ट्रैक हो या धोखाधड़ी की जांच करि जाए.

आगे Bitcoin के विवरण पर जाएं

What is a bitcoin detail and how does it work?

Bitcoin Details क्या है येह कैसे काम करता है

Bitcoin एक फाइल है जिसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर ‘डिजिटल वॉलेट’ ऐप के दौरान संग्रहीत किया जाता है।

लोग आपके डिजिटल वॉलेट में Bitcoins (या एक का एक हिस्सा) भेज सकते हैं ब्लॉकचैन नामक

एक सार्वजनिक सूची के दौरान हर एक लेन-देन रिकॉर्ड किया जाता है।

बिटकॉइन एक मुद्रा के रूप में कैसे काम करता है यह अच्छी तरह से लोगों के पूरे नेटवर्क के बिना

मौजूद नहीं होगा और एक छोटी-सी चीज जिसे क्रिप्टोग्राफी कहा जाता है वास्तव में इसे कभी-कभी

दुनिया का पहला क्रिप्टो कहा जाता है।

Digital Currency-डिजिटल मुद्रा

यह पूरी तरह से डिजिटल मुद्रा है और आप दुनिया भर में पीयर-टू-पीयर नेटवर्क में कंप्यूटर के बीच

बिटकॉइन का आदान-प्रदान कर सकते हैं,

बिटकॉइन डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता है, वास्तव में एक विशाल वैश्विक बहीखाता पर एक प्रविष्टि

है जिसे ब्लॉक चेन कहा जाता है

जब आप किसी को बिटकॉइन भेजते हैं, तो ऐसा नहीं है कि आप उन्हें फ़ाइलों भेज रहे हैं इसके बजाय

आप मूल रूप से उस बड़े बहीखाता पर एक्सचेंज लिख रहे हैं

Tracking of Bitcoins-बिटकॉइन की ट्रैकिंग

बिटकॉइन के पास सब कुछ ट्रैक रखने के लिए एक केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है, भले ही ब्लॉक चेन एक

केंद्रीय रिकॉर्ड है लेकिन ऐसे लोगों का कोई आधिकारिक समूह नहीं है जो बही को अद्यतन करते हैं

और हर किसी के पैसे का ट्रैक रखते हैं जैसे बैंक यह वास्तव में सेटअप है कि सभी नए लेनदेन के साथ

ब्लॉक चेन को बनाए रखने के लिए काम करते है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी लेन-देन सही हैं,

Peer to Peer Network- पीयर-टू-पीयर नेटवर्क

बिटकॉइन पीयर-टू-पीयर नेटवर्क लाखों लोगों के साथ वास्तव में बहुत बड़ी पोकर टेबल के रूप में है,

कुछ लोग सिर्फ़ पैसे का आदान-प्रदान कर रहे हैं, लेकिन बहुत सारे लोग उस पर नज़र रखते हैं,

इसलिए जब आप पैसे भेजना या प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसे टेबल पर सभी के लिए घोषित करना होगा,

ट्रैक रखने वाले लोग अपने लेन-देन को अपडेट कर सकते हैं, हर लेन-देन के लिए आप बिटकॉइन नेटवर्क

को कुछ चीजों की घोषणा कर रहे हैं, आपका खाता नंबर उस व्यक्ति की खाता संख्या है जिसे आप बिटकॉइन

भेज रहे हैं जो उपयोगकर्ता ब्लॉक चेन की प्रतियाँ रख रहे हैं, वे आपके लेनदेन को वर्तमान ब्लॉक में जोड़ देंगे,

जिसमें लोगों का एक समूह होता है, जो लेन-देन पर नज़र रखता है,

एक क्रिप्टो मुद्रा माना जाता है, विशेष रूप से बिटकॉइन उन चाबियों के कारण सुरक्षित रहता है जो मूल रूप

से सूचनाओं का हिस्सा होती हैं, जिनका उपयोग उन संदेशों के बारे में गणितीय गारंटी देने के लिए किया जा सकता है

Bitcoin meaning-बिटकॉइन का अर्थ

बिटकॉइन एक नई मुद्रा हो सकती है जिसे 2009 में एक अज्ञात व्यक्ति ने उर्फ सातोशी नाकामोटो का

उपयोग करके बनाया था। लेन-देन बिना किसी मध्य पुरुष के किया जाता है-मतलब, कोई बैंक नहीं!

बिटकॉइन अक्सर एक्सपीडिया पर होटल बुक करने, फर्नीचर खरीदने और गेम खरीदने के लिए अभ्यस्त

नहीं हैं। लेकिन ज्यादातर प्रचार के बारे में यह व्यापार करके समृद्ध हो रहा है। 2017 में बिटकॉइन की क़ीमत

हजारों में आसमान छू गई।

Bitcoin mining-बिटकॉइन माइनिंग

बिटकॉइन माइनिंग वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा नए बिटकॉइन प्रचलन में आते हैं, लेकिन यह ब्लॉकचेन लेज़र

के रखरखाव और विकास का एक महत्त्वपूर्ण घटक है। यह बहुत परिष्कृत कंप्यूटरों का उपयोग करके किया

जाता है जो अत्यंत जटिल कम्प्यूटेशनल गणित समस्याओं को हल करते हैं।

 

Value of Bitcoin-बिटकॉइन की कीमत

1 बिटकॉइन बराबर ( as of 11 May 2021)

41, 16, 254.60 भारतीय रुपया है

 

How can I get Bitcoin for free?

मैं मुफ्त में बिटकॉइन कैसे प्राप्त कर सकता हूं?

तीन मुख्य तरीके हैं जिनसे लोगों को बिटकॉइन मिलते हैं।

  • आप ‘वास्तविक’ धन का उपयोग करके बिटकॉइन खरीद सकते हैं।
  • आप चीजों को बेच सकते हैं और लोगों को बिटकॉइन से भुगतान कर सकते हैं।
  • या उन्हें कंप्यूटर पर काम करने के लिए बनाया जाएगा।

Is Bitcoin safe and legal?

क्या बिटकॉइन सुरक्षित और कानूनी है?

 

2018 में, RBI ने बिटकॉइन को संभालने से संस्थाओं (जैसे बैंकों) को प्रतिबंधित कर दिया। बाद में वर्ष

के भीतर, सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फैसले का समर्थन किया। हालांकि, SC ने प्रतिबंध को पलट दिया।

जबकि बिटकॉइन को रखना कभी भी गैरकानूनी नहीं था, SC निर्णय का मतलब है कि कंपनियाँ अधिक

आसानी से व्यापार कर सकती हैं।

ऑनलाइन कर सेवा क्लियरटैक्स ने यह भी नोट किया कि बिटकॉइन को संभालने के दौरान होने वाले विवादों

को हल करने के लिए कोई नियम, विनियम या दिशानिर्देश नहीं हैं। यह भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी को संभालते हुए

खतरे के कारक को बढ़ाता है। हालांकि, भारत में बिटकॉइन की बिक्री और बिक्री करना कानूनी है।

How Can I Buy Bitcoin in India?

मैं भारत में बिटकॉइन कैसे खरीद सकता हूं?

भारत में, आप BuyUCoin, Coinshare, Unocoin आदि जैसे कई ऑनलाइन एक्सचेंजों से Bitcoin खरीदेंगे।

Unocoin एक भारतीय-आधारित एक्सचेंज है। इन जैसे Demat A/C आपको बिटकॉइन के लिए

खरीदारी करने, बेचने और रखने की अनुमति देंगे। आप लोकल बिटकॉइन का उपयोग करके व्यक्ति से

व्यक्ति बिटकॉइन ट्रेडिंग भी करेंगे-यह लेनदेन को सुरक्षित रखने के लिए एस्क्रो सुरक्षा का उपयोग करता है।

आमतौर पर एक्सचेंज का उपयोग करना बेहतर होता है जो अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने के लिए

अपने स्वयं के व्यक्तिगत वॉलेट को भी बिटकॉइन निकालने की अनुमति देता है-ऐसे एक्सचेंज हैं जो इसे नहीं छोड़ते हैं।

और यह बिना कहे चलता है, लेकिन उदाहरण के लिए इसे वैसे भी-जब ऑनलाइन एक्सचेंजों पर एक खाता

बनाते समय, दो-कारक प्रमाणीकरण और अद्वितीय और शक्तिशाली पासवर्ड का उपयोग करके सुरक्षित

इंटरनेट प्रथाओं का उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है।

अधिकांश भारतीय एक्सचेंजों के पास केवाईसी (नो योर कस्टमर-KYC) की आवश्यकता है। इस प्रक्रिया में

आपके सरकार द्वारा जारी आईडी कार्ड जैसे एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड और आपके चेकिंग अकाउंट विवरण का

उपयोग करके आपकी पहचान की पुष्टि करना शामिल है।

एक बार जब आप ऑर्डर दे देते हैं, तो आप डिजिटल भुगतान विधियों का उपयोग करके बिटकॉइन खरीद लेंगे।

आपके बैंक खातों से पैसा अक्सर एनईएफटी, आरटीजीएस, डेबिट या मास्टरकार्ड का उपयोग करके स्थानांतरित

किया जाता है। एक बिटकॉइन का मूल्य आज के रूप में लगभग 40.61 लाख रुपये है, लेकिन आपको अपना

बिटकॉइन निवेश शुरू करने के लिए एक पूरा सिक्का खरीदने की ज़रूरत नहीं है। आप अपने बिटकॉइन

निवेश की शुरुआत कम रुपये से कर सकते हैं।

हमने Bitcoins के विवरण पर चर्चा की है, इस सेगमेंट में निवेश

जोखिम भरा है, हालांकि अन्य निवेश विकल्प उपलब्ध हैं जो आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं

 

 

PMEGP

दोस्तो, आज हम perfectincome.in पर PMEGP के  बारे में बात करेंगे, मुझे पूरा विशवास है

कि perfectincome.in पर आपको PMEGP की पूरी जानकारी मिलेगी,

आइए विस्तार से चर्चा करें:–

PMEGP प्रधान मंत्री रोजगार सर्जन कार्यक्रम है। यह सरकार द्वारा रोजगार सर्जन कार्यक्रम है।

इस योजना के तहत,  यूनिट स्थापित करने के लिए ऋण सब्सिडी दी जाती है।

यह सरकार की एक नई MSME योजना है।  04-04-2008 को REGP और PMRY योजना को

विलय करके यह योजना को शुरू किया गया। राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड और राज्य सरकार के

जिला उद्योग केंद्र भी कार्यक्रम के कार्यान्वयन से जुड़े हैं।

इसमे ग्रामीण औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी का विशेष पैकेज है। कौशल विकास और

उद्यमिता विकास कार्यक्रम  (EDP)  के माध्यम से उद्यमियों को सशक्त बनाना है।

अधिकतम परियोजना लागत विनिर्माण (manufacturing) के मामले में 25.00 लाख रुपये और

सेवा (Service) क्षेत्र के लिए 10.00 लाख रुपये है।

पीएमईजीपी ऋण योजना का मुख्य उद्देश्य:

Main Purpose of PMEGP Loan

अपनी बेहतर आजीविका के लिए देश में ग्रामीण और शहरी बेरोजगार युवाओं के पारंपरिक

और भावी कारीगरों के एक बड़े हिस्से को निरंतर और स्थायी रोजगार प्रदान करना।

कारीगरों की मजदूरी-अर्जन क्षमता (earning capacity)  बढ़ाने और ग्रामीण और शहरी

रोजगार की वृद्धि दर में योगदान करने के लिए।

केवल नए सूक्ष्म उद्यमों के लिए उच्च ऋण प्रवाह के लिए वित्तीय संस्थानों की भागीदारी की सुविधा देना।

 

PMEGP के लिए योग्य उधारकर्ता:

Eligible Borrowers for PMEGP

1.व्यक्तियों, (Individuals)

2.SHG (Self Help Group)

3.धर्मार्थ न्यास (Charitable Trust)

4.सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत संस्थाएँ (Institution Registered Under Society Act)

5.सहकारी समितियाँ (Co-operative Societies)

 

शिक्षा योग्यता:  Education Qualification

कोई न्यूनतम शिक्षा योग्यता की आवश्यकता नहीं है। केवल रु 10.00 लाख से अधिक

की परियोजना लागत विनिर्माण (Manufacturing)  क्षेत्र में और रु 5.00 लाख अधिक की परियोजना

लागत सेवा  (Service)  क्षेत्र के लिए, VIII Std होना चाहिए।

 

PMEGP योजना के तहत पात्र परिवार का केवल एक व्यक्ति लाभ ले सकता है।

व्यक्ति को 18 वर्ष का होना चाहिए।

पीएमईजीपी के तहत ऋण चुकाने  की अवधि: (Moratorium)  के साथ 3 से 7 साल है।

परियोजना के लिए आय सीमा: Income limit for the scheme

परियोजनाओं की स्थापना के लिए कोई आय सीमा नहीं। योजना के तहत सहायता केवल स्थापित की जाने

वाली नई इकाइयों के लिए उपलब्ध है।   अगर मौजूदा इकाइयों या इकाइयों ने पहले ही किसी भी राज्य या

केंद्रीय सरकार के अधीन सब्सिडी लाभ उठाया है। योजनाएँ पात्र नहीं हैं।

हालांकि ये इकाइयाँ अन्य सरकारी योजना में ब्याज सब्सिडी का दावा कर सकती हैं।

PMEGP योजना के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज:

Necessary Documents for PMEGP Scheme

आवेदन के साथ निम्नलिखित प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाना चाहिए;

1.आयु प्रमाण पत्र;

2.जाति प्रमाण पत्र यदि लाभार्थी विशेष श्रेणियों (एससी या एसटी या अल्पसंख्यक या पूर्व सैनिक आदि) से हैं;

3.शैक्षिक योग्यता प्रमाण-पत्र यदि लाभार्थी परियोजना लागत में रु10.00 लाख से ऊपर और सेवा क्षेत्र के

लिए रु 5.00 लाख। प्रशिक्षण से गुजरने पर2-3 सप्ताह का ईडीपी प्रशिक्षण प्रमाणपत्र।

 

पीएमईजीपी में कार्यान्वयन एजेंसियाँ ​​और सूत्रधार:

Implementing Agencies and Facilitators in PMEGP

आसान पहुँच के लिए,  प्रत्येक जिले में पहले तीन एजेंसियाँ ​​और निम्नलिखित सूत्रधार काम करेंगे।

प्रत्येक जिले की एजेंसियाँ   (Agencies) ​​

1.खादी और ग्रामोद्योग आयोग;

2.खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड;

3.राज्य सरकार के ज़िला औद्योगिक केंद्र;

 

योजना के सूत्रधार (Facilitators)

1.राजीव गांधी उद्यामी मित्र योजना;

2.महिला और बाल विकास मंत्रालय;

3.पंचायती राज संस्थाएँ;

4.केवीआई फेडरेशन;

5.नेहरू युवा केंद्र संगठन;

6.आर्मी वाइव वेलफेयर एसोसिएशन

वित्तीय एजेंसियाँ:  योजना निम्नलिखित में से किसी के द्वारा वित्त सहायत दी जयगी है;

Financing Agencies: Following will be finance under the Scheme

1.सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक;

2.सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक;

3.लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) ;

4.सहकारी बैंक;

निजी क्षेत्र के वाणिज्यिक बैंक, राज्य के सचिव,  उद्योग की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा अनुमोदित।

 

पीएमईजीपी ऋण में योग्य उद्योग:

Eligible Industry in PMEGP Loan-

कॉयर आधारित परियोजनाओं सहित कोई भी उद्योग Negative सूची में उल्लिखित लोगों को छोड़कर।

गतिविधियों की Negative सूची:  निम्नलिखित गतिविधियाँ PMEGP योजना के तहत पात्र नहीं हैं;

मीट से जुड़ा कोई उद्योग या व्यवसाय अर्थात बीड़ी या पान या सिगार या सिगरेट आदि किसी भी होटल या

ढाबा या सेल्स आउटलेट में शराब बनाने,  तैयार करने या तम्बाकू को कच्चे माल के रूप में तैयार करने,  बिक्री

के लिए ताड़ी का दोहन करने के लिए प्रसंस्करण,  डिब्बाबंदी और परोसने का सामान। ।

कोई भी उद्योग या व्यवसाय जो फसलों या वृक्षारोपण जैसे कि चाय,  कॉफ़ी,  रबड़ आदि की खेती

(कपास पालन) ,बागवानी,  फूलों की खेती,  पशुपालन जैसे कि मछलीपालन,  सुअर पालन,  मुर्गी पालन,

हार्वेस्टर मशीनों आदि। 20 माइक्रोन से कम मोटाई के पॉलीथीन कैरी बैग का निर्माण और कैरी बैग

या कंटेनरों से बने सामानों का भंडारण, ले जाने,  वितरण या खाद्य सामग्री की पैकेजिंग या किसी अन्य

वस्तु के लिए पुनर्नवीनीकरण  (recycled) प्लास्टिक से बना जो पर्यावरणीय समस्याओं का कारण बनता है।

पश्मीना ऊन के प्रोसेसिंगऔर हाथ से कताई और हाथ की बुनाई जैसे अन्य उत्पाद,  प्रमाणन नियमों के तहत खादी

कार्यक्रम का लाभ उठाते हैं और बिक्री छूट का लाभ उठाते हैं।

ग्रामीण परिवहन  (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ऑटो रिक्शा,  जम्मू और कश्मीर में हाउस बोट,

शिकारा और पर्यटक नाव और साइकिल रिक्शा को छोड़कर)

कार्यान्वयन एजेंसी: KVIC अधिनियम 2006 के तहत घोषित ग्रामीण क्षेत्र–KVIC, KVIB और

DIC द्वारा कार्यान्वित कीजाने वाली योजना। शहरी क्षेत्र में केवल DIC.

 

बैंक वित्त:

Bank Finance-

बैंक सामान्य श्रेणी लाभार्थी के मामले में परियोजना लागत का 90% और लाभार्थी या संस्थानों की विशेष श्रेणी के

मामले में 95% को मंजूरी देगा। परियोजना की स्थापना के लिए बैंक पूरी राशि उपयुक्त रूप से वितरित करेगा।

लाभार्थियों का चयन:  समय-समय पर केवीआईसी या केवीआईबी और डीआईसी द्वारा प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया

के माध्यम से ज़िला स्तर पर संभावित लाभार्थियों से परियोजना प्रस्तावों को आमंत्रित किया जाएगा।

जिला टास्क कमेटी के समक्ष रखने के लिए सुविधा एजेंसियाँ ​​आवेदन एकत्र कर सकती हैं और केवीआईसी,

केवीआईबी और डीआईसी को भी जमा कर सकती हैं। लाभार्थियों की पहचान में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए,

पंचायती राज संस्थानों को चयन की प्रक्रिया में शामिल किया जाना चाहिए।

 

पीएमईजीपी ऋण के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया:

Process for Applying for PMEGP Loan

निर्धारित आवेदन केवीआईसी वेबसाइट या केवीआईसी या केवीआईबी या डीआईसी के किसी भी क्षेत्र

के कार्यालय से डाउनलोड किया जा सकता है। आवश्यक प्रमाण पत्रके साथ आवेदन केवीआईसी या

केवीआईबी या डीआईसी के कार्यालयों में से किसी एक को प्रस्तुत किया जा सकता है।

आवेदन ज़िला मजिस्ट्रेट या उपायुक्त या सम्बंधित कार्यालयों के कलेक्टर की अध्यक्षता वाली ज़िला टास्क फोर्स समिति के

समक्ष रखा जाएगा। व्यक्तिगत साक्षात्कार ज़िला टास्क फोर्स समिति द्वारा आयोजित किया जाएगा।

पीएमईजीपी ऋण में आवेदन चयन प्रक्रिया:

Application Selection Process in PMEGP Loan-

चयन पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत साक्षात्कार के आधार पर किया जाएगा। ज़िला टास्क फोर्स बैठक के एक महीने की

अवधि के भीतर केवीआईसी या केवीआईबी या डीआईसी को अपनी सिफ़ारिश अग्रेषित करेगा। इसे लागू होने के

15 दिनों के भीतर कार्यान्वयन एजेंसियों द्वारा बैंक की वित्तीय शाखा को अग्रेषित कर दिया जाएगा।

संचालन प्रक्रिया:

Operational Procedure-

बैंक परियोजनाओं के चयन पर अपना स्वयं का क्रेडिट निर्णय लेंगे। किसी भी अस्वीकृति के मामले में,  कारणों के साथ

जिला टास्क फोर्स को सूचित किया जाएगा। परियोजना की मंजूरी के बाद,  लाभार्थी को परियोजना लागत का 5% या 10%

जमा करना होगा।  EDP ​​प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ही लाभार्थियों को ऋण की पहली किस्त जारी की जाएगी। परियोजना

लागत में पूंजीगत व्यय और कार्यशील पूंजी का एक चक्र शामिल होगा।

ऋण के संवितरण से पहले 2-3 सप्ताह के लिए उद्यमी विकास कार्यक्रम  (ईडीपी)  प्रशिक्षण अनिवार्य है।  EDP ​​प्रशिक्षण

निम्नलिखित प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा प्रदान किया जाएगा–

1.KVIC या KVIB के विभागीय और गैर-विभागीय प्रशिक्षण केंद्र,

2.मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केंद्र,

3.EDP नेशनल इंस्टीट्यूट जैसे NIESBUD, NIMSME, IIE, EDI आदि

पीएमईजीपी ऋण में कौशल विकास :

Skill Development in PMEGP-

जिला टास्क फोर्स कौशल विकास कार्यक्रम के लिए ज़रूरतमंद उद्यमियों की सिफ़ारिश करेगा।  MSME मंत्रालय

और केवीआईसी या केवीआईबी या राज्य सरकार के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केंद्र द्वारा उद्यमियों

को आवश्यकता के अनुसार कौशल विकास या स्किल अप ग्रेडेशन प्रदान किया जाएगा।

पीएमईजीपी ऋण में सब्सिडी रिलीज और समायोजन

Subsidy Release & Adjustment in PMEGP Loan–

1.ऋण की पहली किस्त जारी करने के बाद सब्सिडी का दावा फाइनेंसिंग बैंक के माध्यम से ऑनलाइन प्रस्तुत किया जाएगा।

बैंकशाखा सम्बंधित नोडल शाखा को अग्रेषित करेगी। नोडल शाखा इस बात से संतुष्ट होने के बाद कि इकाई पीएमईजीपी के

तहत मानदंडों को पूरा करती है, सब्सिडी देगी।

2.सब्सिडी की अवधि लाभार्थी के नाम पर TDR में 3 वर्ष की है।  TDR पर कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा और TDR की इसी

राशि पर ऋण पर उतनी राशि पर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा। भौतिक सत्यापन के बाद ही सब्सिडी समायोजित की जाएगी।

3.मौजूदा सफल PMEGP या MUDRA इकाइयों के विस्तार के लिए PMEGP के तहत 2nd वित्तीय सहायता के लिए परिचालन

दिशानिर्देश योजना:  एमएसएमई मंत्रालय,  भारत सरकार,  नई दिल्ली के तहत खादी और ग्रामोद्योग आयोग  (KVIC) ,

वर्तमान में प्रधान मंत्री रोजगार सर्जन कार्यक्रम  (PMEGP)  को राष्ट्रीय स्तर की नोडल एजेंसी के रूप में लागू कर रहा है।

4.राज्य स्तर पर,  योजना राज्य KVIC निदेशकों,  राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्डों  (KVIBs) ,  जिला उद्योग केंद्रों  (DIC)

और बैंकों के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है।

5.इस तरह की स्वीकृति देते समय,  मौजूदा इकाइयों के उन्नयन (upgrading)  के लिए सब्सिडी के साथ 2nd ऋण को

मंजूरी देने का भी प्रावधान किया गया है,  जो टर्नओवर,  लाभ कमाने और ऋण चुकौती के मामले में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

तदनुसार,  विनिर्माण  (manufacturing)  इकाइयों के लिए,  रुपये  1 करोड़ की राशि तक वित्तीय सहायता प्रदान कि जाएगी,

और सेवा या ट्रेडिंग इकाइयों के लिए, 25.00 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी साथ ही 15%

(एनईआर और पहाड़ी राज्यों के लिए 20%)  की सब्सिडी के साथ प्रदान की जाएगी।

पीएमईजीपी ऋण में वित्तीय सहायता की मात्रा और प्रकृति:

Quantum and Nature of financial assistance

in PMEGP Loan-

अपग्रेडेशन के लिए विनिर्माण  (manufacturing ) क्षेत्र के तहत स्वीकार्य परियोजना या इकाई की अधिकतम

लागत रु .1.00 करोड़ है,  और अधिकतम सब्सिडी रु 15 लाख  (एनईआर और पहाड़ी राज्यों के लिए रु 20 लाख)

होगी। अपग्रेडेशन के लिए सेवा या ट्रेडिंग क्षेत्र के तहत स्वीकार्य परियोजना या इकाई की अधिकतम लागत 25 लाख

रुपये है,  और अधिकतम सब्सिडी रु 3.75 लाख  (एनईआर और पहाड़ी राज्यों के लिए 5 लाख रुपये)  होगी।

सभी श्रेणियों के लिए,  सब्सिडी की दर  (परियोजना लागत की) 15% (एनईआर और पहाड़ी राज्यों में 20%)  है।

सभी श्रेणियों के लिए लाभार्थी का योगदान 10% होगा।

कुल परियोजना लागत की शेष राशि बैंक द्वारा Term लोन के रूप में प्रदान की जाएगी। आवेदक अचल संपत्तियों पर

निवेश के लिए ऋण राशि का उपयोग कर सकता है यानी भवन के निर्माण या आवश्यक नई मशीनरी या मशीनरी की

स्थापना आदि के लिए खरीद सकता है।

भवन या औद्योगिक शेड,  मशीनरी और उपकरण आदि का निर्माण के तहत,  स्वयं के भवन का निर्माण शामिल

हो सकता है और निर्माण की अधिकतर  लागत कुल परियोजना लागत का 25%  से अधिक नहीं होनी चाहिए।

निर्माण की लागत सहित पूंजीगत व्यय  (capital expenditure )   कुल परियोजना लागत का 60% तक होना चाहिए।

कार्यशील पूंजी लागत 40% तक होगी। बैंक उत्पाद या परियोजना की प्रकृति के आधार पर ऋण की मंजूरी के

समय मानदंड तय कर सकता है।

लाभार्थियों के लिए पात्रता की शर्तें:

Conditions for Eligibility for Beneficiary-

PMEGP या MUDRA योजना के तहत वित्तपोषित सभी मौजूदा इकाइयाँ जिनके मार्जिन मनी के दावे

को समायोजित कर दिया गया है और पहले प्राप्त ऋण को निर्धारित समय में चुकाना चाहिए था,

लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र हैं। इकाई को पिछले तीन वर्षों से लाभ अर्जित करना चाहिए।

लाभार्थी उसी बैंक से आवेदन कर सकता है,  जिसने पहले ऋण प्रदान किया था,  या किसी अन्य बैंक को,

जो दूसरे ऋण के लिए ऋण सुविधा का विस्तार करने के लिए तैयार है। लाभार्थी उसी बैंक से भी आवेदन

कर सकता है जिसमे उसका सेविंग या करंट अकाउंट हो।

(Udyog Aadhaar Memorandum ) उद्योग आधार मेमोरेंडम  (UAM)  का पंजीकरण अनिवार्य है।

दूसरे ऋण में रोजगार सृजन होना चाहिए।

 PMEGP एप्लिकेशन की स्थिति की जाँच करना

Checking status of PMEGP Application

आपके ऋण आवेदन की जाँच करने की प्रक्रिया ऑनलाइन है। निम्नलिखित चरणों का पालन किया जाना चाहिए:–

1.WWW. kviconline. gov. inपर जाकर PMEGP साइट पर लॉगइन करें।

2.सफल लॉगिन के बाद पंजीकृत आवेदक को लॉगिन पर जाएँ।

3.यूजर आईडी और पासवर्ड के साथ लॉग इन करें और फिर लॉगिन बटन पर क्लिक करें।

4.यदि आप पासवर्ड भूल गए हैं तो आप भूल गए है तोforget password पर क्लिक करके नया पासवर्ड उत्पन्न

कर सकते हैं।

5.आप अपने आवेदन की स्थिति जानने के लिएview status पर क्लिक कर सकते हैं।

6.आजकल ई ट्रैकिंग मॉड्यूल पेश किया गया है,  सफल लॉगिन पर,  आवेदक को अपने पंजीकृत मोबाइल

नंबर पर एसएमएस मिलता है। आवेदक स्वीकृति या अस्वीकृति पर आवेदक को एसएमएस से जानकारी

मिलती है।

 

निष्कर्ष- Conclusion

PMEGP स्कीम का मुख्य उद्देश्य इकाइयों के उन्नयन के लिए अच्छी प्रदर्शन करने वाली इकाइयों की

सहायता करना है। जो व्यक्ति आपनी इंडस्ट्री शुरू करना चाहते है उनके लिए यह योजना सुनहेरा अवसर प्रदान करती है।

हमने योजना से सम्बन्धित सारे पॉइंट्स कवर करने की कोशिश की है और आशा है कि हमारे युवको को इससे लाभ होगा।

अन्य बिंदु, जो पहले से चल रही मौजूदा पीएमईजीपी योजना में शामिल हैं, लाभार्थी इकाइयों की पात्रता, ऋणात्मक सूची,

बैंकों द्वारा मार्जिन मनी का दावा करने की प्रक्रिया और मौजूदा ई-पोर्टल के माध्यम से मार्जिन मनी सब्सिडी जारी करने

और बनाए रखने से सम्बंधित है। टीडीआर में सब्सिडी दूसरी वित्तीय सहायता के लिए भी लागू होगी। यह सुनिश्चित किया

जाना चाहिए कि दूसरी वित्तीय सहायता केवल अच्छी प्रदर्शन करने वाली PMEGP या MUDRA इकाइयों की मौजूदा या

सम्बंधित गतिविधियों में विस्तार या उन्नयन के लिए लागू होगी।

Insurance

इस लेख मे हम जानेगे What is Insurance?

Insurance सुरक्षा का एक रूप है यह न केवल एक सुरक्षा है, बल्कि एक प्रकार का निवेश भी है

क्योंकि एक निश्चित राशि मृत्यु पर नॉमिनी को वापस करने या किसी अवधि की समाप्ति होने पर

वापस दी जाती है।

यह एक अनुबंध है, जिसमें किसी व्यक्ति या संस्था को वित्तीय सुरक्षा या नुकसान के बदले

क्षतिपूर्ति बीमा कंपनी से प्राप्त होती है।

 Feature and importance of insurance

1. यह आपको और आपके परिवार को वित्तीय नुकसान से बचाता है।

2. यह भुगतान के लिए पैसो का प्रबंधन करता है। यह किसी अनहोनी की स्थिति में भुगतान प्रदान करता है

3. यह कानूनी आवश्यकता भी प्रदान करता है जैसे मोटर बीमा के मामले में थर्ड पार्टी बीमा अनिवार्य है।

अन्य बहुत से क्षेत्रों में भी यह अनिवार्य है।

4. यह जीवन कवरेज सुविधा के साथ निवेश विकल्प भी प्रदान करता है।

5. यह आयकर लाभ u /s 80 सी के तहत कवर किए गए निवेश का विकल्प प्रदान करता है।

6. यह क्षति के लिए व्यक्ति को क्षतिपूर्ति देने का एक अनुबंध है।

7. यह समाज की सुरक्षा करता है।

Disadvantage of insurance

1. कभी-कभी बीमा प्रीमियम आपको पॉलिसी से मिलने वाले लाभ से अधिक जमा होता है।

2. मुआवजे के लिए लंबी और समय लेने वाली प्रक्रिया।

3. अन्य निवेश विकल्प की तुलना में रिटर्न की दर कम है।

4. कई बार बीमा एजेंट टर्म और कंडिशन का खुलासा नहीं करते हैं जैसे आवेदन फॉर्म पर सभी स्वास्थ

संबंधित सही जानकारी का उल्लेख करना ।

5. कई बीमा एजेंट केवल कमीशन प्राप्त करने के लिए उच्च प्रीमियम एकत्र करने में रुचि रखते हैं, 

इसलिए आपको प्रीमियम राशि का चयन करना होगा जिसे आप आसानी से भुगतान कर सकते हैं।

6. यह एक निवेश के रूप में बेचा गया है, लेकिन महत्वपूर्ण कार्य केवल बीमा प्रदान करना है।

7 type of insurance

1. जीवन या व्यक्तिगत  (Life or Personal)

2. संपत्ति (Property)

3. समुद्री (Marine)

4. अग्नि  (Fire)

5. देयता बीमा (Liability)

6. बीमा की गारंटी (Guarantee)

7. सामाजिक (Social)

आइए हम विस्तार से चर्चा करें

 Life Insurance

जीवन बीमा अन्य बीमा से अलग है, यहाँ बीमा मनुष्य के जीवन का होता है।

बीमा कंपनी बीमित व्यक्ति की मृत्यु के समय या एक निश्चित अवधि की समाप्ति पर बीमा की

निश्चित राशि का भुगतान करेगा।

इसमे अधिकतम मार्केट है क्योंकि जीवन किसी व्यक्ति की सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति है।

प्रत्येक व्यक्ति को बीमा की आवश्यकता होती है।

यह बीमा परिवार को समय से पहले मृत्यु पर सुरक्षा प्रदान करता है या वृद्धावस्था में पर्याप्त मात्रा

मे राशि देता है, जब कमाई क्षमता कम हो जाती है।

व्यक्तिगत बीमा के तहत, मृत्यु या बीमा अवधि की समाप्ति के बाद भुगतान किया जाता है।

Fire Insurance

 यह केवल नुकसान की रक्षा नहीं करता है, लेकिन यह कुछ परिणामी नुकसान को भी कवर

करता है जैसे युद्ध जोखिम, उथलपुथल, दंगे, आदि का बीमा भी इस बीमा के तहत किया जा सकता है।

फायर इंश्योरेंस की मदद से आग से होने वाले नुकसान की भरपाई की जाती है और समाज को

ज्यादा नुकसान नहीं होता है।

व्यक्ति को इस तरह के नुकसान से बचाया जाता है

 Liability Insurance

यह एक सामान्य बीमा है, जिसके तहत बीमित व्यक्ति संपत्ति के नुकसान का भुगतान करने या

व्यक्ति के नुकसान की भरपाई करने के लिए उत्तरदायी होता है;

इस बीमा को निष्ठा बीमा (fidelity insurance), ऑटोमोबाइल बीमा, और मशीन बीमा, आदि के रूप में देखा जाता है।

 Social Insurance

यह उन समाज के कमजोर वर्गों को सुरक्षा प्रदान करना है जो पर्याप्त बीमा के लिए प्रीमियम का

भुगतान करने में असमर्थ हैं।

पेंशन योजना, विकलांगता लाभ, बेरोजगारी लाभ, बीमारी बीमा और औद्योगिक बीमा सामाजिक बीमा के विभिन्न रूप हैं।

Insurance can be  categorized in 4 segment as per risk

 Personal

यह मानव जीवन का बीमा शामिल होता है जो मृत्यु, दुर्घटना और बीमारी के कारण नुकसान की भरपाई कर

सकता है इसलिए, Personal Insurance को आगे जीवन बीमा, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा और स्वास्थ्य बीमा में उप-वर्गीकृत किया

जाता है।

General insurance -सामान्य बीमा में संपत्ति बीमा, देयता बीमा के अन्य रूप शामिल हैं।

Fire and Marine Insurances -अग्नि और समुद्री बीमा को संपत्ति बीमा कहा जाता है। मोटर, चोरी, निष्ठा और मशीन बीमा

में कुछ हद तक देयता बीमा की सीमा शामिल है।

Difference between Insurance and Assurance

देयता बीमा का सबसे सख्त रूप निष्ठा (fidelity) बीमा है, जिससे बीमाकर्ता बीमाधारक को उस नुकसान की भरपाई करता है

जब वह तीसरे पक्ष को भुगतान की देयता के तहत होता है।

Property Insurance

एक व्यक्ति और समाज की संपत्ति को आग और समुद्री खतरों से नुकसान के लिए बीमा किया जाता है, जैसे फसल की कटौती

में अप्रत्याशित गिरावट, व्यापार में लगी मशीनों के टूटने और संपत्ति की चोरी होने आदि के लिए  बीमा किया जाता है ।

 Marine Insurance

समुद्री बीमा समुद्री खतरों के नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है।

जैसे एक चट्टान या जहाज के साथ टकराव, दुश्मनों द्वारा हमला, आग, और समुद्री डाकू द्वारा कब्जा कर लिया, 

आदि इन खतरों से जहाज और कार्गो के नुकसान, विनाश या गायब हो जाते हैं और माल ढुलाई का भुगतान नहीं होता है।

पूर्व में केवल समुद्री खतरों का बीमा होता है जबकि आज अंतर्देशीय कवर होते हैं जो बीमाधारक के गो-डाउन से कार्गो और

खरीदार (आयातक) द्वारा कार्गो की प्राप्ति तक बढ़ा सकते हैं।

Guarantee Insurance

गारंटी बीमा में बेईमानी, गुमशुदगी और कर्मचारियों या दूसरे पक्ष की अरुचि के कारण होने वाले नुकसान को शामिल किया

गया है।

उदाहरण के लिए, निर्यात बीमा में, बीमाकर्ता ऋण की राशि का भुगतान करने के लिए आयातकों की विफलता पर नुकसान

की भरपाई करेगा।

 Other Forms of Insurance

संपत्ति (Property )और देयता  (liability ) बीमा के आलवा अन्य बीमा हैं जो सामान्य बीमा में शामिल हैं।

जैसे निर्यात-क्रेडिट बीमा, राज्य कर्मचारी बीमा आदि हैं, जिसके तहत बीमाकर्ता कुछ घटनाओं पर एक निश्चित राशि का भुगतान

करने की गारंटी देता है। यह बीमा इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है।

Miscellaneous Insurance

संपत्ति, सामान, मशीन, फ़र्नीचर, ऑटोमोबाइल, मूल्यवान माल  इत्यादि की चोरी या दुर्घटना के कारण होने वाली क्षति से होने

वाले नुकसान की भरपाई के लिए बीमा किया जा सकता है।

प्रत्येक प्रकार की उक्त संपत्ति के लिए बीमा के विभिन्न रूप हैं, जिसमें न केवल संपत्ति बीमा मौजूद है, बल्कि देयता बीमा और

व्यक्तिगत चोटें भी  हैं।

5 Easy ways to purchase insurance.

1. आप बीमा एजेंट के पास जा सकते हैं और कोटेसन प्राप्त कर सकते हैं। तुलना करें और सबसे अच्छा एक चुनें जो

आपको सूट करता है।

2. आप अपने बैंकर से बीमा के लिए पूछ सकते हैं। अब बैंक लगभग सभी प्रकार के बीमा प्रदान कर रहे हैं।

3. विभिन्न ऑनलाइन बीमा साइटें उपलब्ध हैं, हालांकि आप इसकी तुलना कर सकते हैं और सर्वश्रेष्ठ को चुन सकते हैं।

4. आप नजदीकी बीमा कंपनी शाखा कार्यालय में जा सकते हैं।

5. आप बीमा कंपनी या ऑनलाइन वेबसाइट टोल फ्री नं. पर संपर्क कर सकते हैं।

 

निष्कर्ष-

बीमा सुरक्षा का एक रूप है यह उचित रिटर्न के साथ निवेश के लिए एक विकल्प भी प्रदान करता है।

यह हमें और हमारे परिवार को वित्तीय नुकसान के लिए सुरक्षा प्रदान करता है, इसने समग्र रूप से समाज को

सुरक्षा भी प्रदान की हैं। बाजार में कई प्रकार के बीमा उपलब्ध हैं, लेकिन बीमा उत्पाद खरीदने से पहले उसकी

पूरी जानकारी लेना उचित है।आजकल विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल भी बाजार में उपलब्ध हैं जो बहुत प्रतिस्पर्धात्मक

दर प्रदान करते हैं। बीमा बहुत महत्वपूर्ण है प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता है। हमें अपने और परिवार के हर सदस्य

का बीमा करवाना चाहिए।

Grow Your Money

 

दोस्तो आज के इस दौर मे छोटी सी राशि से अमीर बनने के लिए विभिन्न निवेश के तरीके उपलब्ध हैं

हम Grow Your Money  पर पैसा कमाने के बारे में जानेगे । इसके लिए आपको स्मार्ट तरीके से कार्य करने

की आवश्यकता होगी।

जैसे कई अमीर लोग अपना समय अलग-अलग आवंटित करते हैं – वे व्यक्तिगत विकास, निवेश की योजना, 

भविष्य की योजन बनाने आदि मे अधिक समय समय व्यतीत करते हैं। । वे आय के कई स्रोत बढ़ाने पर अधिक ध्यान देते हैं।

हम भी इन तरीको को अपना कर देख सकते है.

आसान तरीकों से अमीर बनने के कुछ लोकप्रिय उपाय Grow Your Money पर जाने

8 आसान तरीकों से अमीर कैसे बनें- How to Become Rich in 8 Easy Ways

1. कुछ धनी लोगों के पास काम करने के कुछ विशिष्ट तरीके है जो दूसरों से उन्हे अलग करता है ।

आपको अपने व्यक्तित्व के अनुसार कुछ ऐसा खोजना है जो आप सर्वश्रेष्ठ कर सकते है।

2. प्रौद्योगिकी, सामाजिक, बौद्धिक आदि में वर्तमान समय के अनुसार, खुद को शिक्षित करें।

3. अपने योग्यता और शौक के अनुसार कुछ योजना बनाएं और इसे अपनाएं।

4. हमेशा सीखने और कार्यान्वित करने के लिए उत्सुक रहें।

5. व्यापार कभी भी स्टार्ट करा जा सकता है। अगर आपको लगे की आप भी बिज़नस कर सकते है तो इसमे देर न करें।

6. विनम्र और आभारी रहते हुए आपने काम को करना है ।

7. मेहनती और धैर्य विकसित करना बहुत ही आवश्यक है। हमेशा धैर्यपूर्ण सीखना व मेहनत करना है।

8. खुद को वर्तमान समय के साथ शिक्षित करें। वर्तमान समय मे अवसर की खोज करते रहें।

पैसे बचाने और बुद्धिमानी से निवेश करने के लिए 5 सरल उपाय:

5 simple principles to save and invest money wisely

1. जैसे ही आप कमाना शुरू करते हैं, निवेश करना शुरू करें।

2. अनुशासित निवेश मे रहने के लिए स्वचालन का उपयोग करें जैसे ECS, NACH।

3. अल्पकालिक लक्ष्यों (Short Term Goal) और आपात स्थितियों (Emergency) के लिए बचत करना शुरू करें।

टर्म और मेडिकल इन्शुरेंस लें। जरूरत पड़ने पर ये आपकी सविंग बचा कर रखेगी।

4. लंबी अवधि (Long Term Goal) के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धन का निवेश करें।

5. अच्छे परिणामों के लिए कर-सुविधा वाले खातों का लाभ उठाएं।

यहां किसी भी समय सबसे अच्छा दीर्घकालिक निवेश हैं: Best long-term investments options.

1.         ग्रोथ स्टॉक (Growth stocks)

2.         स्टॉक फंड (Stock funds)

3.         बॉन्ड फंड (Bond funds)

4.         लाभांश शेयरों (Dividend stocks)

5.         रियल एस्टेट (Real estate)

6.         स्मॉल-कैप स्टॉक (Small-cap stocks)

7.         गोल्ड फ़ंड ( GOLD Fund)

आपके धन को दोगुना करने के लिए यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं: 

Some options to double your money in Grow Your Money

1. कर-मुक्त बांड (Tax Free Bond)

2. किसान विकास पत्र (KVP)

3. कॉर्पोरेट जमाकर्ता, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCD)

4. राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificates)

5. बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (Bank Fixed Deposits)

6. सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)

7. म्यूचुअल फंड (MF)

8. गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs.)

अपने वित्तीय लक्ष्यों के लिए बचत करते समय भारतीयों के लिए कुछ शीर्ष निवेश विकल्प।

 Investment options to achieve financial goal for Indian

1. इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity mutual funds)

2. डेट म्यूचुअल फंड (Debt mutual funds)

3. राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS)

4. सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)

5. बैंक सावधि जमा (FD)

6. वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजना (SCSS)

7. रियल एस्टेट (Real Estate)

8.  सोना (Gold)


Investment option you can choose for profit with some risk.
निवेश के विकल्प जिन्हें आप अलग-अलग विशेषताओं, जोखिमों और लाभों के साथ चुन सकते हैं।

1. विकास निवेश (Growth investments)

2. शेयरों (Shares)

3. संपत्ति (Property)

4. रक्षात्मक निवेश (Defensive investments)

5. निश्चित ब्याज (Fixed interest)

Best investments in 2021-22 in Grow Your Money

वर्तमान परिदृश्य में, जमा पर बैंक ब्याज दर नीचे जा रही है, निवेश के नीचे उल्लिखित तरीके आपको

अपने निवेश पर अच्छी कमाई दे सकते हैं।

1. AAA रेटेड कॉर्पोरेट / आरबीआई बॉन्ड / वरिष्ठ नागरिक बचत योजना जैसे उच्च उपज वाले बांड में निवेश, 

आप क्रमशः 6.50%, 7.15% और 7.40% ब्याज कमा सकते हैं।

2. जमा का प्रमाण पत्र (Certificates of deposit)

3. मनी मार्केट अकाउंट (Money market accounts)

4. ट्रेजरी सिक्योरिटीज (Treasury securities)

5. सरकारी बॉन्ड फंड (Government bond funds)

6. अल्पकालिक कॉर्पोरेट बॉन्ड फंड (Short-term corporate bond funds)

7. एसएंडपी 500 इंडेक्स फंड (S&P 500 index funds)

8. लाभांश स्टॉक फंड (Dividend stock funds)

निष्कर्ष- अमीर बनने और स्मार्ट तरीके से निवेश करने के लिए विभिन्न तरीके उपलब्ध है।

खुद पर ध्यान देना , मूल्य जोड़ना, खुद को शिक्षित करना, जानकारी का सही उपयोग करना

और अपने आप में निवेश करना है।

आपको विनम्र और मेहनती होना होगा, बाजार में विभिन्न निवेश के दीर्घकालिक और अल्पावधि

साधन उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से आप अपने धन को दोगुना कर सकते हैं, इसमे कुछ समय भी लग सकता है।

निवेश के द्वारा आय आपके निवेश के प्रकार से जुड़ा हुआ है उच्च जोखिम वाले उच्च विकास, कम

जोखिम वाले कम विकास देते है , आपको जोखिम लेने के लिए व्यक्तिगत क्षमता पर ध्यान देने की आवश्यकता है, 

हालांकि मेरा सुझाव है कि जो लोग मध्यम आयु में हैं, वे निवेश विकल्प तय करते समय कुछ

निश्चित जोखिम उठा सकते हैं। 50 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति या वरिष्ठ नागरिकों को जोखिम पर विचार करना चाहिए

और अपने निवेश विकल्प को चुनना चाहिए जो कम जोखिम से जुड़ा हो।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना

इस लेख मे हम प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के बारे मे जानेगे ?

सबसे पहले हम जानते है what is PradhanMantri Vaya Vandana Yojana?

यह भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा दी गई एक योजना है

जो 10 वर्ष के लिए एक निर्धारित दर पर गारंटीकृत पेंशन देती है।

यह नामांकित व्यक्ति को खरीद मूल्य की वापसी के रूप में मृत्यु लाभ भी प्रदान करती है।

 प्रधानमंत्री वय वंदना योजना ( PMVVY) पेंशन योजना, जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए है, अब 31 मार्च, 2023 तक बढ़ा दी गई है।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना की विशेषताएं- Features of Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana

• शुरू में वर्ष 2020-21 के लिए प्रति वर्ष 7.40% की वापसी की एक सुनिश्चित दर होगी

और उसके बाद प्रति वर्ष रीसेट होगी।

• एलआईसी द्वारा रिटर्न की दर और योजना के तहत वापसी की गारंटीकृत दर

के बीच के अंतर पर व्यय अनुमोदित है।

•नई पॉलिसी मे पहले वर्ष के लिए कैपिंग प्रबंधन खर्च 0.5% और

उसके बाद 0.3% अगले 9 वर्षों के लिए होगा।

• Maturity benefit: यदि पेंशनभोगी 10 वर्ष की पॉलिसी अवधि के अंत तक जीवित रहता है,

 तो अंतिम पेंशन किस्त के साथ इनवेस्टमेंट राशि पॉलिसीधारक को दे दि जाएगी।

• मृत्यु लाभ (Death benefit): यदि पॉलिसी के दौरान पेंशनर की मृत्यु हो जाती है

तो योजना मे निवेश की गई राशि नॉमिनी को वापस कर दी जाएगी।

• इस योजना मे वरिष्ठ नागरिक 31 मार्च, 2023 तक निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।

• अधिकतम राशि आप 15 लाख रुपये में निवेश कर सकते हैं।

Terms and Condition for investment in PradhanMantri Vaya Vandana Yojana देखते है।

1. न्यूनतम प्रवेश आयु: 60 वर्ष (पूर्ण)

2.अधिकतम प्रवेश आयु: कोई सीमा नहीं

3. पॉलिसी की अवधि: 10 साल

4. न्यूनतम पेंशन: 1000 रुपये प्रति माह

5.अधिकतम पेंशन: 9,250 रुपये प्रति माह। (प्रति वरिष्ठ नागरिक को दी जाने वाली

पेंशन की कुल राशि अधिकतम पेंशन सीमा से अधिक नहीं होगी।)

योजना के तहत पेंशन भुगतान का तरीका- Payment method under PradhanMantri Vaya Vandana Yojana

पेंशन भुगतान के तरीके मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक हैं।

पेंशन भुगतान को एनईएफटी (NEFT) या (Aadhaar Enabled Payment System )आधार सक्षम भुगतान प्रणाली के माध्यम से दिया जाएगा।

इस प्रकार, पेंशन भुगतान के तरीके के आधार पर, जो कि मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक है, 

पेंशन की पहली किस्त का भुगतान एक महीने, तीन महीने, छह महीने या

एक वर्ष के बाद खरीद की तारीख से किया जाएगा।

 प्रधानमंत्री वय वंदना योजना खाता कैसे खोलें- How to open PradhanMantri Vaya Vandana Yojana account

खाता खोलने के लिए, LIC कि शाखा में जाना होगा। आपको अपना KYC प्रदान करना होगा

जैसे नाम, पता और टेलीफोन नंबर, साथ ही फोटो पहचान के लिए कि आपको अपना आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, सरकार द्वारा जारी आईडी आदि ले जाना चाहिए।

एलआईसी के एक एजेंट के रूप में कई बैंक और FI कार्य कर रहे हैं , 

आप बैंक / एफआई से भी इसका लाभ उठा सकते हैं।

 मूल रूप से आपको अपने KYC दस्तावेजों को ले जाने की आवश्यकता है; 

आपको सत्यापन के लिए मूल के साथ एक ज़ीरक्स कॉपी ले जानी चाहिए।

इसके अलावा, क्योंकि खाता कर योग्य ब्याज अर्जित करता है, आपको अपना पैन नंबर या फॉर्म 60 प्रदान करना होगा।

खाता खोलने के समय आपको चेक या डीडी ले जाना होगा। आप RTGS या NEFT 

के माध्यम से फंड भेज सकते हैं।

आपको फॉर्म ठीक से भरना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आवश्यक जानकारी सही और निष्पक्ष है।

ऑनलाइन खाता

बैंक ऑनलाइन खाता खोलने की सुविधा दे रहा है। आपको केवाईसी डॉक्यूमेंट अपलोड करना होंगे

जैसे फोटो आईडी, एड्रेस प्रूफ, हस्ताक्षर प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सरकार द्वारा जारी फोटो आईडी आदि।

कई बैंक / FI सोर्सिंग एजेंट को काम पर रख रहे हैं, 

कई बार एजेंट टर्म और कंडीशन का खुलासा नहीं करते हैं।

इसलिए आपको टर्म एंड कंडीशन के लिए पूछना चाहिए। आपको पूरी संतुष्टि के बाद स्कीम में निवेश करना चाहिए

आपको मूल नीति फ़ोल्डर (original policy folder )एकत्र करना चाहिए और चेक करना चाहिए की दि गई जानकारी का विवरण सही हैं।

पॉलिसी फ़ोल्डर में किसी भी बदलाव के लिए आपको LIC कार्यालय या बैंक से संपर्क करना चाहिए।

निष्कर्ष- प्रधानमंत्री वाया वंदना योजना भारत के भारतीय जीवन बीमा योजना द्वारा शुरू की गई है; वरिष्ठ नागरिक उन लोगों के लिए एक उपयुक्त योजना है जो 60 वर्षों के है ।

यह स्कीम रिटर्न की अच्छी दर प्रदान करती है, वर्तमान में 7.40% ब्याज दर उपलब्ध है।अधिकतम राशि आप 15 लाख रुपये में निवेश कर सकते हैं।

इसलिए योजना का उद्देश्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है और योजना के तहत अच्छी दर देना है।

Senior Citizen Saving Scheme

सीनियर सिटीजन स्कीम

इस लेख मे हम Senior Citizen Saving Scheme (SCSS-वरिष्ठ नागरिक योजना) के बारे मे जानेगे।

Senior Citizen Saving Scheme 02 अगस्त 2004 को शुरू की गई थी, जो डाकघरों, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी बैंकों के माध्यम से संचालित की जाती है। 

सीनियर सिटीजन स्कीम senior citizens के लिए है। इसमे सरकार द्वारा ब्याज दर घोषित कि जाती है

और 15.00 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता हैं।

सबसे पहले हम जानते है 

Who are eligible for (SCSS)?

Who are eligible for senior citizen scheme?

यह उन लोगों के लिए निवेश योजना है, जिन्होंने 55 वर्ष या उससे अधिक की आयु प्राप्त की है, 

लेकिन 60 वर्ष से कम है और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ( Voluntary Retirement Scheme) योजना या विशेष स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (Special Voluntary Retirement Scheme )के तहत सेवानिवृत्त हुए हैं।

ये लोग सरकार द्वारा घोषित ब्याज दर पर 5 वर्ष के लिए 15.00 लाख रुपये

तक का निवेश कर सकते हैं।

चलो इसे विस्तार से सीनियर सिटीजन स्कीम को समझते है: – Details of senior Citizen Saving Scheme

वरिष्ठ नागरिक योजना के लिए कौन पात्र हैं?

जो कोई भी उल्लेखित कंडिशन्स को पूरा करता है, वह खाता खोल सकता है।

1. कोई भी व्यक्ति जिसने खाता खोलने की तिथि पर 60 वर्ष या उससे अधिक की आयु प्राप्त की है।

2. जिसने 55 वर्ष या उससे अधिक की आयु प्राप्त की हो लेकिन 60 वर्ष से कम हो और वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना या

विशेष स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के तहत सेवानिवृत्त हुआ हो।

इन आवेदकों को सेवानिवृत्ति लाभों की प्राप्ति की तारीख के एक महीने के अंदर आवेदन करना होगा।

3. सेवानिवृत्त रक्षा कार्मिक के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।

इन आवेदकों को सेवानिवृत्ति लाभों की प्राप्ति की तारीख के एक महीने के भीतर आवेदन करना होगा।

अब हम जानते है How much can you invest in (SCSS)?

योजना के तहत एक से अधिक खाता खोला जा सकता है, इस शर्त पर कि खाताधारक सभी खातो को मिलाकर सयुंक्त रूप से  15 लाख रु से अधिक जमा नहीं करेगे।

एक जमाकर्ता एकल या संयुक्त रूप से केवल पति या पत्नी के साथ खाता खोल सकता है।

संयुक्त खातों के मामले में, दोनों खाताधारक व्यक्तिगत रूप से 15 लाख की सीमा तक जमा कर सकते हैं

सीनियर सिटीजन स्कीम में डिपॉजिट का मोड क्या है? Mode of deposit in senior citizen scheme

1.        आप नकद जमा कर सकते हैं लेकिन यह राशि 1.00 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।

2.        1.00 लाख रुपये से अधिक जमा करने के लिए आप चेक या डिमांड ड्राफ्ट द्वारा जमा कर सकते हैं।

SCSS में निवेश पर रिटर्न क्या है? How much rate of return in SCSS

इस योजना के तहत जमा राशि वर्तमान में 7.40 प्रतिवर्ष देय ब्याज है।

ब्याज जमा करने की तारीख से 31 मार्च / 30 जून / 30 सितंबर / 31 दिसंबर तक देय होगा।

वरिष्ठ नागरिक योजना में परिपक्वता / नवीकरण ? Maturity and renewal in senior citizen scheme

खाता खोलने के समय की गई जमा राशि भुगतान के लिए परिपक्व होगी और

खाते खुलने की तिथि से 5 वर्ष की समाप्ति पर या उसके बाद ही भुकतान के लिए मान्य होगी।

नामांकन की सुविधा। Nomination facility

योजना में एक या एक से अधिक व्यक्तियों के नामांकन की सुविधा उपलब्ध है।

नामांकन खाता खोलने के समय या बाद की तारीख में किया जा सकता है।

संयुक्त खातों के मामले में भी नामांकन की सुविधा उपलब्ध होगी।

वरिष्ठ नागरिक योजना में समय से पहले निकासी की सुविधा उपलब्ध है? Premature withdrawal facility in senior citizen scheme

हां, कुछ निकासी के साथ योजना के तहत समय से पहले निकासी उपलब्ध है। ये विवरण निम्नानुसार हैं:

एक वर्ष के बाद निकासी पर जुर्माना लेकिन दूसरे वर्ष के पूरा होने से पहले ब्याज दर पर 1.5% है।

दो साल के बाद निकासी पर जुर्माना लेकिन परिपक्वता अवधि से पहले जमा राशि के ब्याज की दर पर 1% होगी ।

SCSS में अर्जित ब्याज पर टैक्स डिडक्टेबल एट सोर्स (टीडीएस)TDS

टीडीएस एक वित्तीय वर्ष के लिए 10,000 / – (दस हजार रुपए) रुपये से अधिक या

उसके बराबर अर्जित ब्याज पर लागू होगा। यदि पैन अपडेट नहीं किया जाता है तो 

20% की उच्च दर पर टीडीएस खाते से काट लिया जाएगा।

फॉर्म 15 G / 15 H जमा करके टीडीएस काटने की छूट का लाभ उठाया जा सकता है।

इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि यदि कोई पैन का उल्लेख नहीं है, 

तो फॉर्म 15 G / 15 H जमा करने के बाद भी, 

बैंक या डाकघर द्वारा कोई छूट नहीं दी जा सकती है।

निष्कर्ष

भारत सरकार द्वारा सीनियर सिटीजन स्कीम शुरू की गई है; वरिष्ठ नागरिक उन लोगों के लिए एक उपयुक्त योजना है, 

जो 55 साल के ऊपर है लेकिन 60 साल से कम नहीं।

यह स्कीम रिटर्न की अच्छी दर प्रदान करती है, वर्तमान में 7.40% ब्याज दर उपलब्ध है।

आपको इस योजना के तहत अर्जित ब्याज पर लागू टीडीएस के बारे में भी पता होना चाहिए, अन्य सुविधाएं जैसे नामांकन सुविधाएं, समय से पहले निकासी और नवीनीकरण भी उपलब्ध हैं।

अधिकतम राशि आप 15 लाख रुपये में निवेश कर सकते हैं।

इसलिए योजना का कुल उद्देश्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और वापसी की अच्छी दर देना है।

Importance of Know Your Customer-KYC

यह ब्लॉग लिखने का आशय है की हम आम जन को KYC के बारे मे जागरूक करें। KYC क्यूँ जरूरी है

और इसे कैसे अपडेट करा जा सकता है। आइये हम जाने की

what is importance of Know Your Customer-KYC?

केवाईसी का अर्थ है “अपने ग्राहक को जानें” (Know Your Customer)। यह एक प्रक्रिया है

जिसके द्वारा बैंक / वित्तीय संस्थान ग्राहकों की पहचान और पते के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि बैंकों और वित्तीय संस्थानो की सेवाओं का दुरुपयोग न हो।

केवाईसी प्रक्रिया को बैंकों द्वारा खाते खोलते समय पूरा किया जाता  है और समय-समय पर इसे अपडेट भी

करा जाता है।

हम चर्चा करनेंगे की Uses of know your customer- KYC क्या है। लगभग सभी सेक्टर में KYC का उपयोग

किया जाता है। हालाँकि वित्त क्षेत्र में इसका व्यापक उपयोग होता है। निम्नलिखित महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं

जहां केवाईसी दस्तावेज जमा किए जाते हैं।

Uses of know your customer- KYC

1. किसी भी बैंक / वित्तीय संस्था के साथ खाता खोलते समय आपको नवीनतम तस्वीर के साथ अपना पैन, आधार नंबर,

ड्राइविंग लाइसेंसे , वोटर आईडी कार्ड आदि  जमा करने की आवश्यकता होती है ।

2. बैंक / एफआई से किसी भी प्रकार के ऋण के लिए आवेदन करते समय आपको पैन और आधार नंबर आदि के साथ

आपको बिजनेस प्रूफ, बैलेंस शीट, जीएसटी नंबर आदि जैसे प्रमाण प्रस्तुत करने होते है ।

3. किसी भी बीमा उत्पाद को खरीदें समय आपको चिकित्सा इतिहास के साथ अपना पहचान प्रमाण प्रस्तुत करना होता है।

4. किसी भी सरकार प्रायोजित योजना के लिए आवेदन करने पर । कई तरह की योजना के लिए विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल

उपलब्ध हैं, जिन्हें हम online tool for kyc updation कह सकते है आपको अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस

आदि को अपलोड करने की आवश्यकता होती है।

5. जल कनेक्शन, विद्युत कनेक्शन, मोबाइल सिम कार्ड खरीद जैसी उपयोगी सेवाएं आदि।

6. 25000 रुपये के डिमांड ड्राफ्ट के नकद भुगतान के लिए आपको पूरा केवाईसी जमा करना होगा।

निम्नलिखित दस्तावेज किसी भी व्यक्ति के पहचान प्रमाण के रूप में माने जाते हैं।

Documents Consider as Entity Proof in KYC

1. आधार कार्ड

2. पैन कार्ड

3. वोटर आईडी कार्ड

4. पासपोर्ट

5. राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गया कार्ड।

6. राज्य सरकार द्वारा नरेगा द्वारा जारी किया गया जॉब कार्ड।

7. ड्राइविंग लाइसेंस

निम्नलिखित दस्तावेजों को एड्रेस प्रूफ माना जाता है।

Documents Consider as Address Proof

1. आधार कार्ड

2. पैन कार्ड

3. वोटर आईडी कार्ड

4. पासपोर्ट

5. सरकार द्वारा जारी किया गया आईडी कार्ड जहां पते का उल्लेख किया गया है।

6. बिजली का बिल

7. लैंड लाइन फोन बिल और पोस्ट पेड मोबाइल बिल, वाटर टैक्स रसीद आदि

(बिल 2 महीने से कम होना चाहिए)

8. रेंट एग्रीमेंट

9. सेवानिवृत्त कर्मचारियों को जारी पारिवारिक पेंशन भुगतान आदेश।

व्यवसाय क्षेत्र के लिए निम्नलिखित इकाई प्रमाण हैं, जिन्हें आपको बैंक / वित्तीय संस्था के साथ

खाता खोलते समय प्रस्तुत करना पड़ सकता है।

1.उद्योग आधार कार्ड

2.GST पंजीकरण सर्टिफिकेट

3.दुकान और प्रतिष्ठान एक्ट के तहत जारी किया गया प्रमाण पत्र (गोमस्था)

4. औषधि व्यवसाय के लिए सरकारी विभाग द्वारा जारी किया गया लाइसेंस जैसे ड्रग लाइनकेंस,

सरकार द्वारा जारी किए गए अन्य लाइनकेंस जैसे ठेकेदार लाइसेंस, माइनिंग लिनसेंस,आयात और

निर्यात कारोबार के लिए जारी किया गया लाइसेंस आदि।

5. VAT / CST / सेवा कर प्रमाणपत्र

6. मंडी लाइसेंस

8. क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय पंजीकरण / प्रमाण पत्र

9.ग्राम पंचायत प्रमाण पत्र

10. MSME रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट

List of KYC Documents for NRI’s

एनआरआई श्रेणी में खाता खोलने के लिए प्रस्तुत किए जाने वाले निम्नलिखित दस्तावेज। बैंक में

जमा करते समय दस्तावेजों को स्व-सत्यापित होना चाहिए।

a) पैन कार्ड

b) फोटो क्रेडिट कार्ड विदेशों में जारी किया गया

c) विदेशी ड्राइविंग लाइसेंस

d) विदेशी विश्वविद्यालय या कॉलेज आईडी कार्ड

e) प्रवासी स्वास्थ्य कार्ड

f) विदेशी नागरिक आईडी या निवासी परमिट

g) सरकार द्वारा विदेशों में जारी कोई अन्य फोटो पहचान दस्तावेज।

बैंक की जोखिम के आधार पर केवाईसी रिकॉर्डों के अपडेशन के लिए विभिन्न आवधियो को निर्धारित

किया गया है। उच्च जोखिम वाले ग्राहकों के लिए हर दो साल में एक बार केवाईसी करना आवश्यक है,

हर आठ साल में एक बार मध्यम जोखिम वाले ग्राहकों के लिए और एक बार कम जोखिम वाले ग्राहकों के

लिए हर दस साल में किया जाना चाहिए।

यह प्रश्न जरूर आता है की why kyc required. आरबीआई के नियम के अनुसार बैंकों को समय-समय

पर केवाईसी रिकॉर्ड अपडेट करने की आवश्यकता होती है। अपडेशन की आवधिकता अलग-अलग खाते

श्रेणियों के अनुसार अलग-अलग होती है जो बैंक की जोखिम पर निर्भर करती है। केवाईसी रिकॉर्ड करते रहने

से ग्राहक खातों में धोखाधड़ी को रोकने में भी मदद मिलती  है।

KYC Verification Process

केवाईसी के सत्यापन की प्रक्रिया इस प्रकार है। ग्राहक को उल्लिखित दस्तावेजों की ज़ेक्सॉक्स कॉपी जमा करनी होगी।

 1. ग्राहक को नवीनतम पासपोर्ट आकार की तस्वीरों के साथ पहचान प्रमाण और पते का प्रमाण जमा करना होगा

2. ReKYC या केवाईसी अपडेशन फॉर्म को मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस (वैकल्पिक) से ठीक से भरा जाए।

3. केवाईसी के लिए प्रस्तुत दस्तावेज अधिकारी द्वारा सत्यापित किए जाते हैं।

4. प्रस्तुत सभी दस्तावेजों को मूल से सत्यापित किया जाता है।

5. चालू खाता के लिए ग्राहक को बैंक द्वारा आवश्यक एक / दो इकाई (Entity Proof) प्रमाण प्रस्तुत करना होता है।

6. चालू खाता ग्राहक का फील्ड सत्यापन बैंक / FI  द्वारा किया जाता है।

7. माइनर ग्राहकों को प्रमुख बनने पर नए पहचान और पते के प्रमाण दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।

Implication due to non updation of KYC with Bank/FI

 बैंक / वित्तीय संस्था के साथ केवाईसी का समय पर अपडेशन न करने  के कारण कुछ परेशानी हो सकती है जैसे:-

1. यदि आप समय-समय पर केवाईसी अपडेट नहीं करते हैं, तो आपके खाते में बैंक / FI फ्रीज लगा सकता है।

2. आप केवाईसी जमा किए बिना किसी भी बैंक / एफआई के साथ अपना खाता नहीं खोल पाएंगे।

3. आपातकाल की स्थिति में आपको राशि निकालने में समस्या हो सकती है।

4. केवाईसी न करने की स्थिति में आपकी ईएमआई या ईसीएस काटने मे गड़बड़ी हो सकती है।

5. आपकी बैंकिंग प्रतिकूल रूप से प्रभावित हो सकती है।

ई केवाईसी की अवधारणा और यह प्रक्रिया।

Concept of E KYC and it process

e-KYC का तात्पर्य इलेक्ट्रॉनिक KYC से है। ई-केवाईसी केवल उन लोगों के लिए संभव है जिनके पास

आधार कार्ड है। ई-केवाईसी सेवा का उपयोग करते समय, आपको भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण

(UIDAI) को स्पष्ट सहमति से, बैंक शाखाओं / व्यवसाय संवाददाता (बीसी) को बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण

के माध्यम से अपनी पहचान / पता जारी करने के लिए अधिकृत करना होगा। यूआईडीएआई फिर आपके

डेटा को जैसे नाम, आयु, लिंग और व्यक्ति की तस्वीर को इलेक्ट्रॉनिक रूप से बैंक / बीसी में स्थानांतरित करता है।

जिससे आपकी KYC पूरी हो जाती है।

Conclusion

बैंक की जोखिम के आधार पर Know Your Customer-KYC रिकॉर्डों के अपडेशन के लिए

विभिन्न आवधियो को निर्धारित किया गया है। यह हमे फ़्रौड से बचने मे मद्दत करता है।

अधिक जानकरी के लिए हम आरबीआई की साइट पर जाकर विस्तृत इन्फॉर्मेशन पा सकते है।

 

Mortgage Loan

आज हम  perfectincome.in पर Mortgage loan के बारे में जानेगे,

Mortgage loan यानि बंधक ऋण,  जिसे संपत्ति ऋण के रूप में भी जाना जाता है,  

Mortgage loan मे लोन राशि के उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

इसका उपयोग व्यक्तिगत आवश्यकता और व्यावसायिक आवश्यकता दोनों को पूरा करने के

लिए किया जा सकता है।

 Mortgage Loan आम तौर पर व्यापार करने वाले व्यक्ति के लिए है। इस ऋण के लिए व्यक्ति,

 प्रोपराइटर,  प्रोपराइटरशिप फर्म,  पार्टनरशिप फर्म,  प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आदि  पात्र हैं।

 

Documents required for Mortgage Loan

Mortgage Loan के लिए आवश्यक दस्तावेज

Mortgage Loan आवेदन करने के लिए KYC दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। बैंक या FI को जमा करते

समय आपको मूल दस्तावेजों के साथ एक ज़ीरक्सा कॉपी ले जानी चाहिए।

1. स्वरोजगार या व्यवसायियों के मामले में 3 साल का लाभ और हानि स्टेटमेंट और बैलेंस शीट।

2. फोटो

3. 6 महीने के लिए बैंक खाता विवरण

4. फर्म /  सह पंजीकरण प्रमाणपत्र-जीएसटी  /  गोमास्थ पंजीकरण पंजीकरण

5. 6 महीने का जीएसटी रिटर्न

6. पैन कार्ड

7. आधार कार्ड

8. पते का प्रमाण (कोई भी) -ड्राइविंग साइलेंस,  रेंट एग्रीमेंट,

9. संपत्ति दस्तावेज-प्रस्तावित संपत्ति का संपत्ति दस्तावेज।

10. आईटी रिटर्न-3 साल।

11. सह आवेदक केवाईसी (Co Applicant KYC) (if applicable)

 

एक बंधक लोन को प्राप्त करने के लिए प्रभावित करने वाले कारक

Factor affecting for qualifying for a Mortgage Loan

कुछ बिंदु हैं जो आप लोन के अनुकूल दर पर अनुमोदित होने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए कर

सकते हैं। कुछ factor हैं जो आपके Mortgage Loan को मंजूरी देते समय बैंक या वित्तीय संस्थान मानते हैं:

1. क्रेडिट स्कोर (Credit Score) :  आपका CIBIL क्रेडिट स्कोर आपके पूरे  क्रेडिट इतिहास

का एक स्नैपशॉट है,  और यह जितना अधिक होगा,  उतनी ही कम ब्याज दर के साथ अनुमोदित

होने की संभावना बेहतर होगी। कम क्रेडिट स्कोर आपकी ब्याज दर पर प्रभाव डालेगा या आप

आवेदन को अस्वीकार करा जा सकता  हैं।

2.आय (Income) :  आपका वेतन या व्यवसाय का लाभ उचित होना चाहिए। ऋण चुकाने की आपकी क्षमता

एक अन्य प्रमुख कारक है,  और बैंक आपके ऋण-से-आय अनुपात पर विशेष रूप से विचार करेंगे-यही कि

आपकी मासिक आय से आप ऋण की किस्तों का भुकतान कर सकते है या नहीं।

3. चुकौती क्षमता (Repayment capacity) -आपकी अदायगी क्षमता को आपकी आय या व्यवसाय द्वारा मापा जाता है।

आपकी शुद्ध आय में से EMI काटने के बाद बची हुई राशि आपकी पुनर्भुगतान क्षमता दर्शाती। अधिक शुद्ध आय EMI

काटने के बाद आपके ऋण अनुमोदन  (Approval ) की संभावना को बढ़ाएगी।

 

6 simple steps for getting your mortgage loan approved easily and faster

आसानी से और तेजी से अपने बंधक ऋण को मंजूरी देने के लिए 6 सरल कदम

आप आसानी से अपने ऋण को बैंकर द्वारा अनुमोदित करवा सकते हैं।  Mortgage loan के लिए

आवेदन करते समय निम्नलिखित कुछ चरण हैं।

1.उस बैंक को पहचानें जो ब्याज और प्रसंस्करण शुल्क (processing fees) की कम दर की पेशकश कर रहा है।

ज्यादातर मामलों में,  आप प्राथमिक बैंक जिसके साथ आप अपना सेविग, वेतन या व्यवसाय खाता बनाए हुए हैं,  

वह आपको बेहतर ब्याज दर प्रदान कर सकता है।

2.प्रस्तावित संपत्ति की sale deed की प्रतिलिपि ले। बेहतर होगा कि आप म्यूटेशन सर्टिफिकेट,  

डायवर्सन कॉपी,  टैक्स पेड रसीद के साथ चेन रजिस्ट्री कॉपी अपने पास रखें।

3.बिज़नेस क्लास के लिए 1 साल का बैंक स्टेटमेंट जिसमे आपके बिज़नेस ट्रांजैक्शन को दर्शाता

गया हो , 3 साल की profit & Loss स्टेटमेंट के साथ-साथ बैलेंस शीट, 3 साल की आईटीआर कॉपी।

यदि आपने पहले ही कोई ऋण लिया है,  तो आपको अपने सभी ऋण स्वीकृत पत्र और उनका  6 महीने

के बैंक स्टेटमेंट  के साथ ले जाना चाहिए।

4.वेतनभोगी लोगों के लिए अपना आय प्रमाण प्रमाण 6 महीने की वेतन पर्ची, 3 वर्ष का आईटीआर, 3 वर्ष का

फॉर्म 16, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट।

5.बैंक में जाते समय अपने KYC दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड,  ड्राइविंग लाइसेन्स,  सरकार द्वारा जारी आईडी कार्ड

के साथ शाखा का चयन करें।  Election आईडी कार्ड, Electricity Bills,  टेलीफोन बिल,  बैंक स्टेटमेंट,  चेकबुक और

आपकी 2 तस्वीरें साथ रखे।

6.अपने आय प्रमाण के साथ केवाईसी फॉर्म को ठीक से संलग्न करने के लिए आवेदन पत्र भरें और इसे बैंक या वित्तीय संस्थान

में जमा करें। पद और शर्तों को पढ़ें। आप आम तौर पर महीने की1, 5, 10, 15, 10, 20 दिनों पर लागू ईएमआई की

तारीख तय कर सकते हैं।

 

6 Benefits of availing the Mortgage Loan

बंधक ऋण लेने के 6 लाभ

1.Mortgage loan के सफल वितरण पर,  आप और फर्म के ख़र्च के रूप में ब्याज के भुकतान का दावा करते हैं।

2.आप व्यापार व्यय, उपकरण  /  मशीनरी आदि की खरीद के लिए फंड का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि फंड के उपयोग

की कोई प्रतिबंध नहीं है।

3.आप एक संपत्ति खरीद सकते हैं और किराये की आय कमा सकते हैं।

4.ब्याज की दर बहुत प्रतिस्पर्धी है और आप कम ब्याज दर पर ऋण का लाभ उठा सकते हैं। आपको इस तरह के लाभ

का लाभ उठाने के लिए बाज़ार की खोज करने की आवश्यकता है।

5.ऋण के पुनर्भुगतान में लचीलापन है, आप आंशिक रूप से या एकमुश्त भुगतान कर सकते हैं। कई बैंक  /  

एफआई निश्चित अवधि के बाद पूर्व भुगतान पर शून्य शुल्क ले रहे हैं।

6.कुछ बैंक / FI Mortgage loan मे Interest saver की पेशकश कर रहे हैं। इस तरह की स्कीम में आप ब्याज बचा सकते हैं।

Disadvantage of Mortgage Loan.

Mortgage loan के नुकसान

1.ऋण अवधि लंबी है।

2.व्यापार हानि के कारण कभी-कभी ऋण एनपीए के रूप में वर्गीकृत हो सकता है और ऐसे मामलों में आप अपनी संपत्ति खो सकते हैं।

3.किसी बैंक को ऋण देने में कुछ समय लग सकता है और अन्य बैंक /  एफआई में ब्याज दर की तुलना में आपके बैंक या एफआई द्वारा

अधिक ब्याज दर ली जा सकती है।

4.एक बैंक /  वित्तीय संस्था से दूसरे के लिए ऋण स्विच करना आसान नहीं है। निश्चित कारण से स्विच करने पर अतिरिक्त व्यय हो सकता है।

5.कुछ समय बैंक /  वित्तीय संस्था अंतिम समय पर ऋण को अस्वीकार कर देती है। ऐसे मामले में आपको अन्य बैंक  /  वित्तीय संस्थाओं के

साथ नए ऋण के लिए आवेदन करना होगा।

 

The difference between Home loan and Mortgage loan

होम लोन और बंधक ऋण के बीच का अंतर।

आपको कई अलग-अलग कारणों से ऋण की आवश्यकता हो सकती है। बदलती परिस्थितियों को देखते हुए,  

कई अलग-अलग ऋण उत्पाद आज बाज़ार में उपलब्ध हैं। बहुत से लोग होम लोन और मॉर्गेज लोन के बारे में

भ्रमित होते हैं। लेकिन होम लोन और मॉर्गेज लोन में अंतर होता है।

सरल शब्दों में,  होम लोन एक नया घर खरीदने या बनाने के लिए लिया गया ऋण है इसमे आवेदक संपत्ति का 

स्वामित्व नहीं है। मॉर्गेज लोन मे  आवेदक पहले से ही संपत्ति का मालिक होता है।

होम लोन और मॉर्गेज लोन दोनों बड़े खर्चों को कवर करने के लिए उपयोग किए जाने वाले लोन हैं। हालांकि,  

वे काफ़ी भिन्न होते हैं। घर खरीदना आमतौर पर सबसे बड़ा ख़र्च होता है। एक घर ऋण विशेष रूप से एक घर

होने के उद्देश्य से बनाया गया है।

ये दोनों ऋण अन्य सेवाएँ भी प्रदान करते हैं,  जैसे कि बैलेंस ट्रांसफर,  टॉप-अप लोन आदि।

आपको अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के आधार पर आवेदन करना चाहिए।

 

4 basic differences in Housing and Mortgage Loan 

आवास और बंधक ऋण में 4 बुनियादी अंतर:

1.Interest Rate

होम लोन की ब्याज दरें मॉर्गेज लोन की ब्याज दरों से कम होती हैं। साथ ही हाउसिंग लोन में मार्जिन की

आवश्यकता कम है। ब्याज सब्सिडी उपलब्ध है। हालांकि बंधक ऋण के मामले में यह शून्य है

2.Loan Tenure

आवास और मॉर्गेज लोन लंबे कार्यकाल वाले हैं। होम लोन के लिए कार्यकाल 30 वर्ष तक हो सकता है।

एक बंधक ऋण के लिए कार्यकाल आम तौर पर 15 साल है,  लेकिन कुछ उधारदाताओं 20 साल तक के

लंबे कार्यकाल की पेशकश करते हैं।ये ऋण आपको अपनी वित्तीय स्थितियों के आधार पर लोन अवधि 

या ईएमआई को कम करने के लिए आंशिक या पूर्ण भुगतान करने की अनुमति देते हैं

3.Income Tax benefit

होम लोन के तहत,  आयकर लाभ उपलब्ध है।  1.5 लाख रुपये तक का आयकर लाभ मूल भुगतान पर

धारा 80 सी के तहत और ब्याज भुगतान पर धारा 24 के तहत दावा किया जा सकता है। जबकि मॉर्गेज लोन में

ब्याज ख़र्च को फर्म के ख़र्च के रूप में दिखाया जा सकता है।

4.Prepayment Charges

दोनों प्रकार के ऋण में आम तौर पर कुछ अवधि के बाद बैंक पूर्व भुगतान के लिए शुल्क नहीं लेता है। हालांकि

अलग-अलग बैंक में भिन्न नियम है। आपको लोन लेने से पहले यह नियम भी देखना चाहिए।

 

Top-up Loans क्या हैं 

हाउसिंग लोन और  मॉर्गेज लोन आपको अपने मौजूदा ऋण पर टॉप-अप ऋण लेने की अनुमति देते हैं। 

यह संभव है क्योंकि आप शुरू में चुने गए लोन से अधिक ऋण के लिए पात्र हो सकते हैं। उदाहरण के लिए,

 यदि आप संपत्ति के बाज़ार मूल्य के 70% तक के ऋण के लिए पात्र हैं,  लेकिन शुरू में मूल्य के 50% के लिए ऋण

लिया है-आप शेष राशि तक के लिए टॉप-अप ऋण लेने में सक्षम होंगे।

 

निष्कर्ष

मॉर्गेज लोन व्यवसायिक उपयोग के लिए एक दीर्घकालिक ऋण है। मॉर्गेज लोन में ब्याज की दर अन्य ऋणों की

तुलना में अधिक है। कुछ कारक हैं जो आपके ऋण को प्रभावित कर सकते हैं जैसे कि आपकी क्रेडिट, आय और चुकौती

क्षमता।  6 सरल चरण भी हैं जिनके द्वारा आप अपने मॉर्गेज लोन को समय पर और उचित दर प्राप्त कर सकते हैं।

अब जैसे-जैसे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, अच्छी ब्याज दर की खोज करना उचित है।

Personal loan

आज हम perfectincome.in पर personal loan के बारे मे जानेगे।

Personal loan यानि व्यक्तिगत ऋण आपकी तत्काल या अस्थायी

आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक प्रकार का ऋण है।

इस लोन से मिले पैसो का हम किसी भी तरह से उपयोग कर सकते है,

यह लघु से मध्यम अवधि के लिए मिलता है इसमे पुनर्भुगतान

विकल्प हैं और अपेक्षाकृत जल्दी धन मिलने का एक अच्छा माध्यम है।

इसे बैंक या वित्तीय संस्था से लिया जा सकता है।

Personal loan मे ब्याज की दर अधिक होती है और इसे कुछ महीनों से लेकर

आम तौर पर सात साल तक के लिया जा सकता है।

इसे उन बैंक से लिया जाना चाहिए, जिनसे आपके सम्बंध पहले से है।

आम तौर पर व्यक्तिगत ऋण असुरक्षित होते हैं,  जिसका अर्थ है कि किसी भी जमानत की

ज़रूरत नहीं है।

 

पर्सनल लोन के उपयोग क्या हैं ?

Uses of Personal Loan?

व्यक्तिगत ऋण के कुछ सामान्य उपयोग जो इस प्रकार हैं: –

1.अन्य ऋण चुकौती (Other debt repayment)

2.चिकित्सा बिलों का भुगतान (Medical Bill Payment)

3.उपकरण या फर्नीचर खरीद (Purchase of Furniture or Appliances)

4.घर की मरम्मत और नवीननिकरण (Home repair and Renovation)

5.परिवार या दोस्तों का उधार चुकाना (Payment of dues to family / Friends)

6.शादी का खर्च (Marriage Expenses)

7.बिजनेस खर्च (Business Expenses)

8.अवकाश (Vacation)

पर्सनल लोन कब लेना चाहिए

When Personal Loan should avail?

पैसे के लिए अपनी तत्काल आवश्यकता की पूर्ति के लिए व्यक्तिगत लोन का उपयोग किया जाता है।

निम्नलिखित उदाहरणों में शामिल हैं:

1.ऋण समेकन (Debt consolidation) : उच्च ब्याज  के क्रेडिट कार्ड ऋण, आप इसे कम ब्याज वाले

व्यक्तिगत ऋण के साथ भुगतान करके पैसे बचा सकते हैं।   एक व्यक्तिगत ऋण एक संरचित पुनर्भुगतान

अवधि (structured repayment term) प्रदान करता है, जो आपके ऋण का भुगतान करने में प्रेरित रहने

के लिए मदद कर सकता है।

2.घर का नवीनीकरण (Home renovations) : घर के नवीनीकरण के लिया जा सकता है।

यह आपके घर को सजाने में सहायता करता है।

3.आपातकालीन व्यय (Emergency expenses) : अपने आपातकालीन खर्चों को पूरा करने के

लिए पर्सनल लोन का लाभ उठाया जा सकता है।

4.व्यक्तिगत कार्यक्रम (Personal events) : शादी, तलाक और रिश्तेदार विवाह महंगा हो सकता है,

 

व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन करते समय 5 महत्वपूर्ण बातें

पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको अपने बैंक से ब्याज दर की दर पूछनी चाहिए

(जिसमे आपका सविंग अकाउंट या करेंट अकाउंट या वेतन खाता हो)

या वित्तीय संस्थान क्योंकि ब्याज दर किसी भी व्यक्तिगत ऋण का मुख्य घटक ( Factor) है।

1.ब्याज दर (Interest Rate) :

एक ऋण की ब्याज दर उधार पैसे की लागत का प्रतिनिधित्व करती है।

आपकी क्रेडिट और वित्तीय स्थिति के आधार पर ब्याज दरों की दर अधिक या कम हो सकती है।

2.ऋण अवधि (Loan Term) :

बैंक या FI आपकी पुनर्भुगतान क्षमता (repayment capacity) या

आपके द्वारा वांछित अवधि के अनुसार, अलग-अलग पुनर्भुगतान शर्तें (varying repayment terms)

प्रदान करता है। कुछ बैंक आपको ऋण की अवधि कम, जबकि कुछ बैंक आपको लंबे समय तक अवधि की

पेशकश कर सकते हैं, हालांकि आपको कम समय  के लिए जाना चाहिए क्योंकि कम समय  ब्याज बचाएगा।

3.शुल्क (Fees and Charges) :

ब्याज के अलावा, कुछ उधारदाता प्रोसेसिंग फीस या खाता रखरखाव शुल्क के

रूप में शुल्क लेते हैं। आपके द्वारा उन्हें प्राप्त करने से पहले ये शुल्क आपके ऋण से काटे जाते हैं और कुछ

ऋणदाता विलंब शुल्क और पूर्व भुगतान शुल्क भी लेते हैं यदि आप अपना ऋण जल्दी चुकाते चाहते हैं तो।

यदि कोई छुपा शुल्क हो, तो आपको नियम और शर्त (terms and conditions) को भी पढ़ना चाहिए।

4.ऋण देने का समय (Funding time) :

कुछ बैंक या एफआई आपको उसी दिन या अगले दिन धन दे

सकते हैं, जबकि अन्य को आपके खाते में धनराशि जमा करने में कई दिन लग सकते हैं। आवेदन करते

समय आपको उसी के सम्बंध में स्पष्टीकरण प्राप्त करना चाहिए।

5.अन्य विशेषताएँ (Other features) :

कुछ ऋणदाता अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान करते हैं, लेकिन यदि आप

ऑटोमैटिक भुगतान (automatic payments) करते हैं या बैंक के साथ मौजूदा सम्बंध रखते हैं तो कुछ आपको

कम ब्याज दर की अनुमति दे सकते हैं।

 

आप व्यक्तिगत ऋण कैसे प्राप्त कर सकते हैं 

How you can qualify for a Personal Loan

कुछ factors हैं जो आप अनुकूल दर पर Personal लोन लेने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं।

इनको व्यक्तिगत ऋण को मंजूरी देते समय बैंक या वित्तीय संस्थान मानते हैं:

1.क्रेडिट स्कोर (Credit Score) : आपका CIBIL क्रेडिट स्कोर आपके पूरे  क्रेडिट

इतिहास का एक स्नैपशॉट है और यह जितना अधिक होगा, उतनी ही कम ब्याज दर के साथ

अनुमोदित होने की आपकी संभावना बेहतर होगी। कम क्रेडिट स्कोर आपकी ब्याज दर पर प्रभाव

डालेगा या आपके आवेदन को अस्वीकार करा जा सकता  हैं।

2.आय (Income) : आपका वेतन या व्यवसाय का लाभउचित होना चाहिए। ऋण चुकाने की आपकी

क्षमता एक अन्य प्रमुख कारक है और बैंक आपके ऋण-से-आय अनुपात पर विशेष रूप से विचार

करेंगे-यही कि आपकी मासिक आय से आप ऋण की किस्तों का भुकतान कर सकते है या नहीं।

3.चुकौती क्षमता Repayment capacity-आपकी अदायगी क्षमता को आपकी आय या

व्यवसाय द्वारा मापा जाता है। आपकी शुद्ध आय में से EMI काटने के बाद बची हुई राशि आपकी पुनर्भुगतान

क्षमता दर्शाती। अधिक शुद्ध आय EMI काटने के बाद आपके व्यक्तिगत ऋण अनुमोदन (Approval)

की संभावना को बढ़ाएगी।

5 simple steps for getting your personal loan approved easily and faster.

अपने व्यक्तिगत ऋण को आसानी से और तेज़ी से स्वीकृत करने के लिए 5 सरल उपाय।

आज बैंकिंग बदली हुई है। आप आसानी से अपने व्यक्तिगत ऋण को बैंकर द्वारा अनुमोदित करवा सकते हैं।

पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित 5 simple स्टेप्स का पालन करना है

 

1.उस बैंक को पहचानें जो ब्याज और प्रसंस्करण शुल्क (processing fees) की कम दर की पेशकश कर रहा है।

आप ऑनलाइन चेक कर सकते हैं या टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ज्यादातर मामलों में,

आप आपने बैंक जिनके साथ आप अपना वेतन या व्यवसाय खाता बनाए हुए हैं, आपको

बेहतर ब्याज दर की पेशकश कर सकते हैं। ब्याज की दर भी सिबिल स्कोर,

आय और पुनर्भुगतान क्षमता पर निर्भर करती है।

2.बैंक में जाते समय अपने साथ रखें KYC दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंसे, Electricity Bills etc

बैंक स्टेटमेंट, चेकबुक और आपकी 2 तस्वीरें।

3.बैंक में जाते समय वेतनभोगी लोगों के लिए अपना आय प्रमाण प्रमाण6 महीने की वेतन पर्ची, 3 वर्ष का आईटीआर,

3 वर्ष का फॉर्म 16, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट साथ रखना है। बिज़नेस क्लास के लिए 1 वर्ष के बैंक स्टेटमेंट जिसमे आपके

बिज़नेस ट्रांजेक्शन हो, 3 साल की प्रॉफ़िट और लॉस स्टेटमेंट (P & L) के साथ-साथ बैलेंस शीट (Balance Sheet) ,

3 साल की ITR कॉपी। यदि आपने पहले ही कोई ऋण लिया है, तो आपको अपने सभी ऋण स्वीकृत पत्र और  6 महीने का

लोन स्टेटमेंट साथ ले जाना चाहिए।

4.आवेदन पत्र को ठीक से अपने आय प्रमाण के साथ KYC फॉर्म संलग्न करें और बैंक या वित्तीय संस्थान में जमा करें।

term & Condition को पढ़ें।

5.लोन आपके बचत / करेंट खाते में वितरित किया जाएगा। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप EMI में कटौती के लिए

अपने खाते में पर्याप्त संतुलन बनाए हुए हैं।

निष्कर्ष

अस्थायी आवश्यकता की पूर्ति के लिए पर्सनल लोन एक अल्पकालिक ऋण है। अन्य ऋणों की तुलना में

व्यक्तिगत ऋण में ब्याज की दर अधिक है। कुछ कारक (Factor)  हैं जो आपके व्यक्तिगत ऋण को प्रभावित कर रहे हैं

जैसे कि आपका क्रेडिट स्कोर,  आय और पुनर्भुगतान क्षमता। कुछ ऐसे चरण  (Steps)  भी हैं जिनके द्वारा आप अपने

व्यक्तिगत ऋण को समय और उचित दर ने सकते हैं। आज  प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है तो यह उचित है कि ब्याज की अच्छी

दर की खोज की जाए लेकिन आपका मुख्य बैंक  / FI आपको  (विशेष रूप से राष्ट्रीयकृत बैंक के मामले में ) अच्छी ब्याज

दर दे सकता है।